आठ मिनट में 20 सवालों के जवाब देकर सौम्या ने भरी शिखर की उड़ान
नमो देव्यै महा देव्यै फोटो- 21 --------- -इसरो में पीएम के साथ चंद्रयान दो की लैंडिंग देखीं -गया जिला के 155 वें स्थापना दिवस पर कृषि मंत्री ने किया सम्मानित --------- जागरण संवाददाता बोधगया
गया । नन्ही परी सौम्या राज। अब किसी परिचय की मोहताज नहीं है। अपने अंदर छिपी प्रतिभा की बदौलत एकाएक चर्चा में आई और पीएम के साथ चंद्रयान दो की लैंडिंग देखने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान परिषद (इसरो) तक पहुंच गई। वहीं, गया जिला के 155 वें स्थापना दिवस पर उसे सूबे के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार द्वारा चंद्रयान 2 के प्रक्षेपण दर्शक प्रतिस्पर्धा में भाग लेने व उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसरो तक पहुंचने की उपलब्धि आठवीं कक्षा की सौम्या ने ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता में 20 सवालों का जबाव महज आठ मिनट में देकर सफलता हासिल कर प्राप्त की थी।
सौम्या के पिता राजनंदन शर्मा रिलायंस पेट्रोलियम में इंजीनियर और मां मोनिका कुमारी गृहिणी हैं। सौम्या को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान परिषद में चंद्रयान दो के चंद्रमा के कक्षा में स्थापित होने देखने के लिए आमंत्रण मिला था। उसे विज्ञान में अधिक रुचि है। उसे पहले वैज्ञानिक बनने का सपना था। लेकिन इसरो जाने और वहां कुछ देखने के बाद उसकी रुचि अब अनुसंधान की ओर ज्यादा है।
वे कहती हैं, अब अंतरिक्ष में उड़ान भरने की ललक ज्यादा हो गई है। इसकी तैयारी अभी से शुरू कर दी हूं।
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आसमान छूने का इरादा
सौम्या कहती हैं, इसरो परिसर में देखने और सीखने को बहुत कुछ है। वहां देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचे बच्चों के साथ बातचीत और अध्ययन-अध्यापन की बातें हुई। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हम बच्चों से मिले तो वो क्षण अद्भुत था। उसे जीवनभर नहीं भुलाया जा सकता। पीएम का बच्चों के साथ आत्मीय भाव से मिलना और उनका बच्चों का संबोधन प्रेरणा से भरा था।