सासाराम नगर परिषद ने 1696 स्ट्रीट वेंडरों को दिया प्रमाण पत्र, अब मिल पाएगा योजनाओं का लाभ
सासाराम नगर परिषद की ओर से फुटपाथी विक्रेताआें को प्रमाणपत्र दिए गए। इस दौरान कुल 1696 स्ट्रीट वेंडरों को कार्यपालक अधिकारी ने यह प्रमाणपत्र सौंपा है। इस प्रमाण पत्र के मिलने के बाद से उन्हें कई योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।
जागरण संवाददाता, सासाराम (रोहतास)। सासाराम नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अभिषेक आनंद ने 1696 फुटपाथ विक्रेताओं को स्मार्ट पहचान पत्र और प्रमाण पत्र दिया । अभिषेक आनंद ने बताया कि नगर परिषद ने सर्वेक्षण कर 1696 फुटपाथ विक्रेताओं और फेरीवालों को चिह्नित किया था। उसमें विभाग की ओर से 1696 लोगों का स्मार्ट पहचान पत्र और प्रमाण पत्र निर्गत किया गया। उन्होंने बताया कि इससे फेरी वालों को प्रधानमंत्री स्व निधि योजना का लाभ मिल पाएगा।
बता दें कि प्रधानमंत्री स्व निधि योजना के अंतर्गत फुटपाथ विक्रेताओं को छोटा-मोटा काम-धंधा करने के लिए दस हजार रुपये तक का लोन दिया जाता है। आत्मनिर्भर भारत के तहत स्ट्रीट वेंडरों को छोटे-मोटे रोजगार के लिए यह लोन दिया जा रहा है । कर्ज की अदायगी पर सात प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है। स्ट्रीट वेंडरों को नगर विकास विभाग पटना की ओर से निर्गत पहचान पत्र भी दिया जा रहा है।
वेंडर जोन में किया जाएगा जगह का आवंटन
इओ अभिषेक आनन्द ने बताया कि नगर परिषद के द्वारा चिह्नित किए गए फुटपाथी दुकानदारों को वेंडर जोन में व्यवसाय करने के लिए जगह आवंटित किया जाएगा। पहले यह दुकानदार सड़क के फुटपाथ अतिक्रमण कर अपना दुकान चलाते थे, जिसके कारण आए दिन शहर में जाम की समस्या उत्पन्न होती थी। पिछले दिनों डीएम ने जाम की समस्या से निबटने के लिए स्ट्रीट वेंडरों को चिह्नित कर वेंडर जोन में जगह आवंटित करने का आदेश नगर परिषद को दिया था। कोरोना काल मे छोटे दुकानदार के समक्ष उत्पन्न हुई आर्थिक समस्या को देखते हुए सरकार ने आत्मनिर्भर योजना के तहत छोटे फुटपाथी दुकानदारों को सहायता देने के लिए यह योजना बनाई है, ताकि कोरोना काल में हुई आर्थिक क्षति से उबरते हुए पुन: अपने व्यवसाय को स्थापित कर सके। इओ ने बताया कि शहरी आजीविका मिशन के तहत फिलहाल स्ट्रीट वेंडरों को चिन्हित करने का कार्य चल रहा है।