25 मई से राेहन नक्षत्र का हो रहा आगमन, लॉकडाउन में कैसे होगा धान रोपण, किसानों को सता रही चिंता
कोरोना को लेकर किए गए लॉकडाउन में आवश्यक सामग्रियों की बिक्री को छोड़कर सभी प्रकार की दुकानें बंद पड़ी है। कृषि से संबंधित दुकानें भी लॉकडाउन में बंद है। 25 मई से रोहन नक्षत्र चढ़ेगा। इस नक्षत्र में किसान खतों में धान का रोपण करते हैं।
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। कोरोना को लेकर किए गए लॉकडाउन में आवश्यक सामग्रियों की बिक्री को छोड़कर सभी प्रकार की दुकानें बंद पड़ी है। कृषि से संबंधित दुकानें भी लॉकडाउन में बंद है। 25 मई से रोहन नक्षत्र चढ़ेगा। इस नक्षत्र में किसान खतों में धान का रोपण करते हैं। जो धान तैयार होने में अधिक समय लेता है, ऐसे प्रजाति के धान का बीचड़ा किसान रोहन नक्षत्र में ही अपने खतों में डालते हैं।
अब जब कृषि यंत्र, उर्वरक समेत कृषि से संबंधित सभी दुकानें सरकार के अगले आदेश तक बंद है तो किसानों की बेचैनी बढ़ने लगी है। किसानों ने बताया कि जब कृषि से संबंधित दुकानें बंद है तो वे रोहन नक्षत्र में धान का बीचड़ा खेतों में कैसे डालेंगे। किसानों ने बताया कि बीज एवं उर्वरक की दुकानें बंद है। अधिकांश किसान दुकानों से धान का बीज एवं उर्वरक का क्रय करते हैं। ट्रैक्टर पार्ट्स एवं खेती से संबंधित अन्य सामग्रियों की दुकानें बंद पड़ी है। अबतक सरकार अपने स्तर से बीज की उपलब्धता नहीं कराई गई है।
लॉकडाउन में वाहनों को चलने पर रोक है। ऐसी स्थिति में किसान रोहन नक्षत्र में धान का बीचड़ा खेतों में नहीं डाल पाएंगे। और जब रोहन नक्षत्र में धान का बीचड़ा नहीं डाल पाएंगे तो वे समय पर धान की रोपनी नहीं कर पाएंगे। बताया गया कि अबतक सिंचाई विभाग के अधिकारी नहरों में पानी में छोड़े जाने को लेकर सजग नहीं हुए हैं। जिले में नहरों का तटबंध कई जगहों पर क्षतिग्रस्त है जिसको पानी छोड़े जाने के पहले मरम्मत कराना जरुरी है। अगर तटबंध की मरम्मति किए बिना नहरों में पानी छोड़ा जाएगा तो तटबंध टूटने की संभावना बनी रहेगा।
किसानों ने डीएम से मांग किया है कि रोहन नक्षत्र को देखते हुए कृषि से संबंधित दुकानें खोलवाया जाए। जिला कृषि पदाधिकारी सुदामा महतो ने बताया कि लॉकडाउन में कृषि से संबंधित दुकानें बंद है। रोहनी नक्षत्र को देखते विभागीय सचिव को सूचना दी गई है। सचिव स्तर से इस समस्या का समाधान होगा। 25 मई के बाद दुकानें खुलने की संभावना है।