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अभी जुगाड़ से ही भरना होगा पेट, स्‍कूल खुलने पर कैमूर प्रशासन छात्रों को मुहैया कराएगा MDM का चावल

बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने कैमूर जिले के सरकारी स्‍कूलों में पढ़ने वाले बच्‍चों के भरण-पोषण से संबंधित एक आदेश निकाला है। आदेश में कहा गया है कि छात्र-छात्राओं को स्‍कूल बंद रहने के अवधि में भी एमडीएम (Mid Day Meal) योजना का लाभ दिया जाएगा।

By Prashant KumarEdited By: Published: Thu, 10 Jun 2021 04:03 PM (IST)Updated: Thu, 10 Jun 2021 04:03 PM (IST)
अभी जुगाड़ से ही भरना होगा पेट, स्‍कूल खुलने पर कैमूर प्रशासन छात्रों को मुहैया कराएगा MDM का चावल
कैमूर जिले के शिक्षा विभाग कार्यालय की तस्‍वीर। जागरण आर्काइव।

जागरण संवाददाता, भभुआ। बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने कैमूर जिले के सरकारी स्‍कूलों में पढ़ने वाले बच्‍चों के भरण-पोषण से संबंधित एक आदेश निकाला है। आदेश में कहा गया है कि छात्र-छात्राओं को स्‍कूल बंद रहने के अवधि में भी एमडीएम (Mid Day Meal) योजना का लाभ दिया जाएगा। लेकिन, ये लाभ स्‍कूल खुलने पर मिलेगा। यानी अभी उन्‍हें जुगाड़ से ही पेट भरना होगा।

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मालूम हो कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण सभी सरकारी एवं निजी विद्यालय बंद हैं। कैमूर के 1202 स्‍कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को स्‍कूल बंद रहने के कारण एमडीएम के तहत भोजन वितरण नहीं किया गया। विद्यालय बंद होने के बावजूद भी जिले में पढ़ने वाले लगभग ढाई लाख छात्र छात्राओं को एमडीएम का चावल व राशि दी जाएगी।

शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सरकारी प्राथमिक व मध्य विद्यालयों के बच्चों को एमडीएम के बदले राशि व अनाज दोनों का लाभ हर नामांकित बच्चे को मिलेगा। शिक्षा विभाग के अपर  प्रमुख सचिव ने इसके लिए पत्र जारी किया है। एमडीएम योजना के तहत अप्रैल मई व जून का पहली से पांचवी तक के हर छात्र- छात्राओं को करीब पांच किलो खाद्यान्न व 243 रुपए मिलेंगे, जबकि वर्ग 6 से 8 तक के प्रति छात्र-छात्रा को लगभग सात किलो खाद्यान्न के साथ 365 रुपए की राशि मिलेगी। इस संबंध में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एमडीएम यदुवंश राम ने बताया कि अनाज का उठाव करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

शीघ्र ही बच्चों के एमडीएम के अनाज का वितरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कार्य दिवस का खाद्यान्न विद्यालयों में छात्रों के अभिभावकों को दिया जाएगा। जबकि राशि बच्चों अथवा उनके अभिभावकों के खाते में डीबीटी के माध्यम से दी जाएगी। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने कहा कि खाद्यान्न लेने के लिए छात्र-छात्राएं स्कूल नहीं जाएंगे। अभिभावकों को मास्क लगाकर विद्यालय आना होगा। जिस दिन बच्चों को अनाज मिलेगा उस दिन राशि उनके खाते में चली जाएगी।

जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने कहा कि स्कूल खोलने के बाद खाद्यान्न का वितरण सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एमडीएम से लाभान्वित होने वाले बच्चों को कार्य दिवस का अनाज व राशि का भुगतान किया जाएगा। चावल वितरण के दौरान स्कूल में कोरोना से बचाव के लिए जारी गाइडलाइन का पूरी तरह से अनुपालन किया जाएगा। अनाज उठाव के लिए सभी प्रक्रिया पूरी की जा रही हैं।


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