बिहार के राजस्व व भूमि सुधार मंत्री ने राम मंदिर निर्माण निधि में मांगा सहयोग, कहा-सबके हैं भगवान श्रीराम
बिहार सरकार के राजस्व व भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय ने भगवान श्रीराम मंदिर के निर्माण में सबका सहयोग मांगा है। उन्होंने कहा कि मर्यादापुरुषोत्तम राम सबके हैं। वे जिला परिषद अध्यक्ष के आवास पर निधि संग्रह अभियान की शुरुआत कर रहे थे।
जागरण संवाददाता, गया। बिहार सरकार (Bihar Government) के राजस्व व भूमि सुधार मंत्री (Revenue and land reforms) रामसूरत राय श्रीराम मंदिर निर्माण निधि समर्पण कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने सनातन व अन्य समाज के लोगों से भी अपील की है कि भव्य श्री राम मंदिर के निर्माण में सहयोग करें। वे जिला परिषद अध्यक्ष करुणा कुमारी के सरकारी आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि श्रीराम सभी समाज के लिए प्रेरणास्रोत हैं। अब उनके घर का निर्माण हो रहा है तो इसमें कोई मतभेद नहीं होना चाहिए। आइए, सब मिलकर श्रीराम मंदिर में निधि उनके चरणों में समर्पित करें।
जिप अध्यक्ष ने मंदिर के लिए दिए एक लाख रुपये
इससे पहले भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार यादव ने पुष्प गुच्छ देकर मंत्री का स्वागत किया। जिला परिषद अध्यक्ष ने अंगवस्त्र सौंपा। इसके बाद मंदिर निर्माण के लिए समर्पण निधि कार्यक्रम की शुरुआत हुई। जिला परिषद अध्यक्ष ने मंदिर निर्माण के लिए एक लाख रुपये दिए। इसके बाद मोर्चा के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र यादव ने 11 हजार रुपये, जदयू नेता कुंडल वर्मा ने पांच हजार, जिला पार्षद राजू जाठ ने पांच हजार रुपये का दान दिया। निधि समर्पण के तीसरे दिन एक लाख 58 हजार 411 रुपये का संग्रह हुआ है।
तीन दिनों में हुआ 30 लाख रुपये का संग्रह
बताया गया कि पिछले तीन दिनों में श्रीराम जन्म भूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण कार्यक्रम में करीब 30 लाख रुपये संग्रह हुआ है। यह अभियान 27 फरवरी तक चलना है। जानकारी हो कि 15 जनवरी को मोक्ष और ज्ञान की भूमि पर श्रीराम मंदिर निर्माण निधि समर्पण कार्यक्रम का शुभारंभ प्रथम शिलान्यासकर्ता कामेश्वर चौपाल ने किया था। उसके बाद लगातार प्रखंड और पंचायत स्तर पर निधि संग्रह करने का कार्यक्रम चल रहा है। निधि संग्रह करने के लिए गया जिले में विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, भाजपा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, बनवासी कल्याण केंद्र, मजदूर संघ, दुर्गा वाहिनी व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं की 13 सौ टोली बनाई गई है।