वाट्सएप ग्रुप बनाकर दूर करें मछुआरों व दुकानदारों की समस्याएं : मंत्री
सरकार के कृषि सह पशुपालन मत्स्य मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के मत्स्य पदाधिकारियों के साथ योजना की समीक्षा की। मत्स्य बीज मत्स्य आहार के उत्पादन एवं विपणन संबंधी समस्याओं पर सभी जिला मत्स्य पदाधिकारियों के साथ अनेक मसलों पर विमर्श किया।
गया । सरकार के कृषि सह पशुपालन मत्स्य मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के मत्स्य पदाधिकारियों के साथ योजना की समीक्षा की। मत्स्य बीज, मत्स्य आहार के उत्पादन एवं विपणन संबंधी समस्याओं पर सभी जिला मत्स्य पदाधिकारियों के साथ अनेक मसलों पर विमर्श किया।
मंत्री ने सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि मत्स्य, किसानों, मत्स्य हैचरी, मत्स्य बीज उत्पादों व विपणन से जुड़े लोगों का वाट्सएप समूह बनाकर उनकी समस्याओं का निदान किया जाए। नियमित रूप से मछली पालकों के साथ ही उनके विपणन से जुड़े लोगों के संपर्क में रहें। सभी जिला मत्स्य पदाधिकारियों को अपने-अपने जिले में एक हेल्पलाइन नंबर जारी करने का निर्देश दिया गया। राज्य मुख्यालय स्तर से भी हेल्पलाइन नं 8825137992, 8757404255 जारी किया गया है, जो सीधे मंत्री के नियंत्रण में कार्य करेगा।
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मत्स्य विपणन व इससे जुड़े
परिवहन पर रोक नहीं
केंद्र व राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में मत्स्य विपणन व परिवहन पर कोई रोक नहीं है। निर्देश दिया गया कि मत्स्य विक्रय केंद्रों पर शारीरिक दूरी का नियम पालन किया जाए। मत्स्य आहार, मत्स्य बीज व मत्स्य परिवहन एवं विपणन के लिए प्रशासन से सहयोग लेने का भी निर्देश दिया। मंत्री ने कहा कि राज्य में मत्स्य उत्पादन, मत्स्य विपणन, मछली का चारा एवं मत्स्य बीज के उत्पादन, परिवहन को लॉकडाउन से मुक्त रखा गया है। इसलिए सभी जिला मत्स्य पदाधिकारियों का निर्देश दिया गया कि वे मत्स्यपालकों, मत्स्य बीज उत्पादकों एवं मछली बिक्री करने वाले मछुआरा से व्यक्तिगत रूप से सम्पर्क कर उनकी समस्याओं का निदान कराएं।
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मछली खाने से हिचकिचाएं नहीं हैं, खरीदारी के समय शारीरिक दूरी रखें
आम लोगों को भी समझाएं की मछली खाने से कोरोना वायरस से कोई संबंध नहीं है। राज्य के सभी मछुआरों का निबंधन एवं उनका बीमा अविलंब कराने का निर्देश दिया गया। विशेष तौर पर पंगेशियस बीज के परिवहन एवं विपणन के लिए समन्वय स्थापित करने को निर्देश दिया ।
गया जिला अंतर्गत 5 थोक विक्रय केंद्र एवं 20 खुदरा मत्स्य बिक्री केंद्र खुल गए हैं। लोग सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए मछली की खरीदारी कर सकते हैं।