Murder Case Investigation :शराब के धंधे में रोड़ा अटकाने पर की गई थी रामबरण की हत्या, धंधेबाज ने गले में घोंप दी थी कैंची
छह दिसंबर को कौआकोल के छ्बैल गांव में की गई जलवाहक की हत्या मामले का पर्दाफाश पुलिस ने कर दिया है। हत्या का कारण शराब के धंधे में समस्या पैदा करना था। पुलिस अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।
By Vyas ChandraEdited By: Published: Tue, 15 Dec 2020 08:14 AM (IST)Updated: Tue, 15 Dec 2020 08:14 AM (IST)
जेएनएन, नवादा। कौआकोल के छ्बैल गांव में छह दिसंबर को अधेड़ की हत्या का कारण शराब के धंधे में रोड़ा बनना था। गिरफ्तार किए गए कमलेश कुमार ने घटना की पूरी जानकारी पुलिस काे दी है। गौरतलब है कि पानी टंकी के पास पूर्व वार्ड सदस्य सह जलवाहक रामबरण ठाकुर के गले में कैंची घोंपकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस के मुताबिक शराब के चार धंधेबाजों ने मिलकर घटना को अंजाम दिया था। रामबरण ने मौत से पहले पुलिस को कई अहम जानकारी दी थी। इसके बाद श्वान दस्ते की मदद से आरोपित कमलेश कुमार काे पुलिस ने पकड़ा था। थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी भी जल्द कर ली जाएगी।
कैंची घोंपे जाने के बाद भी भागा था रामबरण, पुलिस को दी थी अहम जानकारी
घटना छह दिसंबर की रात करीब पौने 12 बजे के आसपास की है। रामबरण रोज की तरह छबैल गांव की आबादी से करीब तीन सौ मीटर दूर स्थित सोलर पानी टंकी के कमरे में था। इसी बीच आरोपित पहुंचे। वे पानी टंकी के कमरे का इस्तेमाल शराब के गोदाम के रूप में करना चाहते थे। परंतु रामबरण ने ऐसा करने से साफ इन्कार कर दिया था। इससे आगबबूला धंधेबाजों ने वहीं रखी कैंची रामबरण के गले में घोंप दी। घटना के बाद रामबरण ने हिम्मत कर कैंची गले से बाहर निकाल फेंका व शोर मचाते हुए घर की ओर भागा। लोग की भीड़ जमा हुई व सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे अस्पताल भेजा, परंतु रास्ते में रामबरण ने दम तोड़ दिया था। गंभीर हालत में भी रामबरण ने पुलिस को घटना की बाबत कई जानकारी दे दी थी। रही-सही कसर आठ दिसंबर को श्वान दस्ते ने पूरी कर दी। इसके बाद घटना में शामिल एक बदमाश कमलेश कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
शराब के धंधे में भारी मुनाफा देख चारों ने बनाई थी योजना
हर रोज रात में पानी टंकी के समीप अंडे की दुकान पर शराब धंधेबाजों का जमावड़ा रहता था। बताया जाता है कि शराब की बिक्री से लेकर खाने- पीने का वहीं दौर चलता था। गांव से बिल्कुल एकांत में होने के कारण लोग इस बात की ओर अधिक तवज्जो नहीं देते थे। ये चार बदमाश भी कुछ दिनों से इस धंधे से जुड़े थे। इससे पूर्व ये सभी दूसरे राज्यों में काम करते थे। परंतु लॉकडाउन के कारण सभी फिलहाल गांव में रह रहे थे। शराब के धंधे में भारी मुनाफा देख कर ये लोग बड़े पैमाने पर शराब का धंधा करने की योजना बना रहे थे। इसके लिए सुरक्षित व एकांत में गोदाम की उन्हें सख्त जरूरत थी।
भाई की नौकरी लगाना चाहता था कमलेश
सोलर पानी टंकी पर जलवाहक की नौकरी पद का दावेदार कमलेश का भाई भी था। अपने दिव्यांग भाई को उस पद पर रखवाना चाह रहा था, परंतु रामबरण ने किसी तरह जलवाहक की नौकरी हासिल कर ली। इस बात को लेकर कमलेश पहले से रामबरण से खार खाए बैठा था। लिहाजा रामबरण द्वारा गोदाम बनाने का विरोध करने पर कमलेश ने अपने साथियों से मिलकर उसे मार डाला।
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