आजाद हिंद फौज के समर्थक थे रामविलास शर्मा, सामाजिक मूल्यों की रक्षा के लिए अपनाएं उनके आदर्श: डीएम
स्वतंत्रता सेनानी और पूर्व मंत्री रामविलास शर्मा की जयंती गोह प्रखंड कार्यालय परिसर में मनाई गई। डीएम पूर्व विधायक समेत अन्य ने उनकी आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। राजकीय समारोह में वक्ताओं ने उनके आदर्शों पर प्रकाश डाला।
संवाद सूत्र, गोह (औरंगाबाद)। प्रखंड कार्यालय परिसर में स्वतंत्रता सेनानी (Freedom Fighter) रामविलास शर्मा की 106वीं जयंती समारोहपूर्वक मनाई गई। इसमें अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक ने उनकी आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उनके योगदान की चर्चा की। डीएम सौरभ जोरवाल, एसडीओ कुमारी अनुपम सिंह, बीडीओ मनोज कुमार, पूर्व विधायक डॉ. रणविजय कुमार, भाजपा नेता विनय कुमार शर्मा, जयंती देवी एवं वशिष्ठ शर्मा आदि मौके पर मौजूद थे।
प्रखर राष्ट्रवादी थे रामविलाब बाबू- डीएम
माल्यार्पण के बाद हुए समारोह में डीएम ने कहा कि रामविलास शर्मा राष्ट्रवादी थे। वे आजाद हिंद फौज के समर्थक रहे। आजादी की लड़ाई में कई बार जेल भी गए। लेकिन हौसला डिगा नहीं। आजादी के लिए स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी अहम भूमिका रही। डीएम ने कहा कि ऐसे महापुरुषों के आदर्शों से सीख लेने की जरूरत है। सामाजिक मूल्यों की रक्षा के लिए नई पीढ़ी को उनके आदर्शों पर चलना होगा। डीएम ने कहा कि बिहार की विकास दर 18 फीसद है। ऐसे में युवाओं को चाहिए कि वे राज्य के विकास के सारथी बनें। आने वाले समय में देश में बिहार विकास के मामले में अग्रणी बनेगा।
जेपी और श्रीबाबू के साथ जेल में रहे बंद
एसडीओ कुमारी अनुपम सिंह की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व विधायक डॉ. रणविजय कुमार ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला। कहा कि रामविलास बाबू आजादी की लड़ाई के दौरान जयप्रकाश नारायण एवं श्री बाबू के साथ जेल में बंद थे। स्वामी सहजानंद सरस्वती के किसान आंदोलन में सक्रिय रहे। किसानों के हक की लड़ाई लड़ी। 1953 से अंतिम सांस तक विधान परिषद के सदस्य रहे। वे कांग्रेस पार्टी के जनरल सेक्रेट्री थे। सरदार हरिहर सिंह मंत्रिमंडल में मंत्री रहे थे। बीते वर्ष उनकी प्रतिमा के अनावरण के समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जयंती पर राष्ट्रीय महोत्सव की घोषणा की थी।
धन्यवाद ज्ञापन बीडीओ मनोज कुमार ने किया। संचालन किया शिक्षक धनंजय मिश्रा ने। वशिष्ठ शर्मा, विनय कुमार सिंह, सतीश कुमार राकेश, संजय कुमार, साकेत बिहारी, पवन कुमार उर्फ सोनू, अशोक प्रसाद, उषा शर्मा, मनोरमा देवी, धनंजय उपाध्याय, अनिल शर्मा, अमरेंद्र कुमार सिंह, चंद्रशेखर बिंद, अख्तियार खां, अशोक बिंद, पूर्व प्रमुख मुन्ना सिंह, देवबली, मनोज शर्मा उपस्थित रहे।