बारिश ने बढ़ाई हरी सब्जियों की कीमत, गुस्से में लाल हुआ टमाटर, गया में बिक रहा 60 रुपये किलोग्राम
शहर के केदारनाथ मार्केट निवासी सब्जी विक्रेता वलभद्र प्रसाद ने कहा कि बारिश के कारण हरी सब्जी की फसल खराब हो गई है। बाजार में कम मात्रा में सब्जी आ रही है। इसके कारण दाम बढ़ गया है। बारिश से पहले सब्जी का दाम काफी कम था।
जागरण संवाददाता, गया। बारिश के कारण हरी सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी हुई है। इससे आमलोगों के थाली से हरी सब्जी दूर होती जा रही है। एक सप्ताह में सब्जी की कीमत तीन गुना से अधिक गढ़ गई है। बारिश से सब्जी की फसल नष्ट हो गई है। इसके कारण बाजार में सब्जियों का दाम आसमान छूने लगा है। बाजार में जो टमाटर 30 रुपये किलो बिक रहा था वह 60 रुपये में बिक रहा है। धनिया पत्ता दो सौ रुपये किलो बिक रहा है। नेनुआ, कद्दू, करेला, भिंडी सहित अन्य सब्जियों की कीमत बढ़ है।
शहर के केदारनाथ मार्केट निवासी सब्जी विक्रेता वलभद्र प्रसाद ने कहा कि बारिश के कारण हरी सब्जी की फसल खराब हो गई है। बाजार में कम मात्रा में सब्जी आ रही है। इसके कारण दाम बढ़ गया है। बारिश से पहले सब्जी का दाम काफी कम था। बाजार में लोकल सब्जी कम मात्रा में आ रही है। इस समय सब्जी झारखंड, पश्चिम बंगाल एवं दिल्ली से आ रही है। छठ पूजा तक सब्जी के दाम में गिरावट आने की उम्मीद नहीं है।
गौरतलब है कि सब्जी और फल मंडी में आयात बढ़ गया है। महापर्व छठ तक ऐसी स्थिति रहेगी। हालांकि, बारिश होने से राज्यभर में सब्जियों की कीमत बढ़ गई है। किसानों के उत्पादन पर असर पर पड़ा है। उत्पाद खराब हो रहे हैं। यही कारण है कि सब्जियों के दाम अप्रत्याशित रूप से बढ़ गया है।
हरी सब्जी की कीमत (प्रतिकिलो रुपये में)
सब्जी - कीमत
भिंडी - 30
कद्दू - 30
नेनुआ - 20
टमाटर - 60
करेला - 30
फूलगोभी - 30 पीस
बंधागोभी - 40 पीस
धनिया पत्ता - 200
हरी मिर्च - 60
पालक - 50
बैगन - 40 से 60
परवल - 60
गाजर - 80
बोदी - 50
शिमला मिर्च - 120
खीरा - 40
फरसबिन - 80
मूली - 40
ओल - 50
सेम - 80
नया आलू - 35
पुराना आलू - 20
प्याज - 45
मटर - 180
लाल साग - 40