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दरभंगा जंक्‍शन पर बम ब्‍लास्‍ट के बाद भी रेल प्रशासन सुस्‍त, गया जंक्शन की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे

पिछले सप्ताह दरभंगा में बम बलास्ट की घटना के बाद भी प्रशासन सचेत नहीं है। जबकि गया आतंकी निशाने पर रहा है। गया जंक्शन के मेन गेट के अलावे प्लेटफॉर्म पर प्रवेश के अन्य जगहों पर मेटल डिटेक्टर या स्कैनर मशीन की व्यवस्था नहीं है।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Mon, 28 Jun 2021 11:19 AM (IST)Updated: Mon, 28 Jun 2021 11:19 AM (IST)
दरभंगा जंक्‍शन पर बम ब्‍लास्‍ट के बाद भी रेल प्रशासन सुस्‍त, गया जंक्शन की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे
गया का रेलवे प्‍लेटफॉर्म संवेदनशील जगहों में शामिल है, रेलवे प्‍लेटफॉर्म की तस्‍वीर ।

जागरण संवाददाता,गया :दरभंगा जंक्शन पर पिछले सप्ताह बम बलास्ट की घटना के बाद भी गया जंक्शन पर भगवान भरोसे सुरक्षा व्यवस्था है। रेल प्रशासन अबतक अलर्ट नहीं हुई है। गया जंक्शन के मेन गेट के अलावे प्लेटफॉर्म पर प्रवेश के कई रास्ते है। जैसा की जंक्शन पर आरएमएस कार्यालय के पास होकर,  फुट ओबरब्रिज से प्लेटफॉर्म पर प्रवेश करने की सीढ़ी पर मेटल डिटेक्टर या स्कैनर मशीन की कोई व्यवस्था नहीं है। यहीं, हाल गया जंक्शन के पार्सल कार्यालय का भी है। यहां के पार्सल कार्यालय में पार्सल चेक करने के लिए किसी तरह का स्कैनर मशीन या मेटल डिटेक्टर नहीं लगा हुआ है।

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रेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर एक स्थित पार्सल कार्यालय में क्या रखा गया है। इसको चेक करने के लिए किसी तरह से कोई स्कैनर मशीन नही है। जिससे कोई आपत्तिजनक पार्सल सामानों की जांच किया जा सके। वहीं,पार्सल सामानों को बुककर ट्रेनों के माध्यम से विभिन्न स्टेशनों के लिए भेजा जाता है।  आतंकी निशाने पर रहा है गया

आरपीएफ इंस्पेक्टर एएस सिद्दीकी ने कहा कि दरभंगा जंक्शन पर पिछले सप्ताह बम बलास्ट की घटना के बाद गया जंक्शन पर आरपीएफ-जीआरपी की टीम अलर्ट है। इसके लिए 24 घंटे आरपीएफ-जीआरपी के अधिकारियों व जवानों के द्वारा गश्ती किया जा रहा है। वहीं, जंक्शन के मेन गेट व अन्य स्थानों पर मेटल डिटेक्टर या स्कैनर मशीन लगाने के लिए वरीय अधिकारियों को जानकारी दी गई है। बता दे कि गया भी आतंकी निशाने पर रह चुका है। गया के महाबोधि मंदिर में भी दो बार बम बलास्ट की घटना घट चूकी है। जहां से आतंकी की गिरफ्तारी भी हुई है।

प्लेटफॉर्म व जंक्शन परिसर में पार्सल सामान रहता है फेका

गया जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या एक पर और पार्सल कार्यालय के बाहरी परिसर में पार्सल समान जैसे के तैसे फेंका रहता है। कई ऐसे पार्सल है जो कई दिनों तक पार्सल लेने वाले नहीं आते है तो रखा रहता है। बता दे कि पार्सल कार्यालय में हर रोज दर्जनों लोगों का आना-जाना लगा रहता है। हर रोज गया जंक्शन से पार्सल समानों की बुङ्क्षकग या निर्गत किया जाता है। जो विभिन्न स्टेशनों के लिए गया से एक्सप्रेस ट्रेनों से भेजा जाता है।

संदेह होने पर पार्सल सामान की आरपीएफ करती है जांच

गया जंक्शन स्थित पार्सल कार्यालय में सुरक्षा की ²ष्टि से मेटल डिटेक्टर या स्कैनर मशीन की कोई व्यवस्था नहीं है। मुख्य पार्सल पर्यवेक्षक (आगत) सुरेंद्र कुमार ने कहा कि दरभंगा की घटना के बाद आगत-निर्गत पार्सल कार्यालय में दरभंगा की घटना के बाद रेलकर्मियों के द्वारा पार्सल का केयर करना बढ़ गया है। अगर कोई भी पार्सल पर संदेह होने के बाद आरपीएफ को सूचना देकर स्कैनर मशीन के द्वारा जांच कराई जाती है। यहां हर रोज गया जंक्शन से 100 से 200 से करीब पार्सल की बुङ्क्षकग या निर्गत किया जाता है। जो विभिन्न स्टेशनों के लिए गया से एक्सप्रेस ट्रेनों से भेजा जाता है। इसी प्रकार विभिन्न स्टेशनों से ट्रेनों के द्वारा गया 200 से 300 पार्सल सामान आगत होता है। जहां मेटल डिटेक्टर या स्कैनर मशीन की कोई व्यवस्था नहीं है।


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