13 मतदान केंद्रों पर 70 से 80 फीसद हुआ मतदान
गया जिले के रफीगंज विधानसभा के 13 मतदान केंद्रों पर 70 से 80 फीसद तक मतदान हुआ। सबसे अधिक मतदान केंद्र संख्या 240 ए उत्क्रमित मध्य विद्यालय परसा दक्षिणी भाग में 79.88 प्रतिशत मतदान हुआ। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की वजह से लोग वोट करने पहुंचे।
जेएनएन, गया। रफीगंज विधानसभा के 13 मतदान केंद्रों पर 70 से 80 फीसद तक मतदान हुआ। सबसे अधिक मतदान केंद्र संख्या 240 ए उत्क्रमित मध्य विद्यालय परसा दक्षिणी भाग में 79.88 प्रतिशत मतदान हुआ। दूसरे नंबर पर मतदान केंद्र संख्या- 37 उत्क्रमित मध्य विद्यालय पंचारिया में 75.03 प्रतिशत, तीसरे नंबर पर मतदान केंद्र संख्या- 109 उत्क्रमित मध्य विद्यालय चंद्रहटा में 74.92 प्रतिशत एवं चौथे नंबर पर मतदान केंद्र संख्या- 18 प्राथमिक विद्यालय करजरा में 74.81 प्रतिशत मतदान हुआ।
साथ ही मतदान केंद्र संख्या- 01 उत्क्रमित मध्य विद्यालय लुक्का में 72.08 प्रतिशत, मतदान केंद्र संख्या 89 कृषि कार्यालय रफीगंज वार्ड नंबर- 14 पूर्वी भाग 70.58 प्रतिशत, मतदान केंद्र संख्या- 141 प्राथमिक विद्यालय कुंवर बिगहा में 71.92 प्रतिशत, मतदान केंद्र संख्या- 216 मध्य विद्यालय शिवगंज दायां भाग 72.16, मतदान केंद्र संख्या-251 प्राथमिक विद्यालय महुलान में 71.78 प्रतिशत, मतदान केंद्र संख्या- 261 प्राथमिक विद्यालय बरियावां में 71.77 प्रतिशत, मतदान केंद्र संख्या- 323 मध्य विद्यालय जलवन में 71.89 प्रतिशत, मतदान केंद्र संख्या- 327 पंचायत भवन आजन में 71.55 प्रतिशत, मतदान केंद्र संख्या- 337 उत्क्रमित मध्य विद्यालय अजनवा उत्तरी भाग में 72.41 प्रतिशत मतदान हुआ। दूसरी ओर पूर्व से सड़क निर्माण एवं नहर में फॉल निर्माण को ले वोट बहिष्कार का नारा लगाने वाले मतदान केंद्र संख्या-03 प्राथमिक विद्यालय बिरूआ के ग्रामीणों ने अंत में मात्र 12.56 प्रतिशत ही मतदान कर अपनी नाराजगी दिखाया। उसी तरह मतदान केंद्र संख्या-12 प्राथमिक विद्यालय इंद्रार में ग्रामीणों के बीच मतदान को ले तकरार की संभावनाओं के बीच महज 20.30 प्रतिशत मतदाताओं ने ही मताधिकार का प्रयोग किया। लोकतंत्र के महापर्व में सबसे अधिक मतदान करने वाले ग्रामीणों ने पर्व के प्रति एवं संवैधानिक प्रक्रिया में अच्छी भागीदारी निभाई।लोगों का कहना था कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की वजह से वे लोग भयमुक्त होकर अपने मताधिकार का प्रयोग करने गए थे। इस तरह की सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत है।