Stop Politics: लोजपा नेता ने कहा, किसानों के नाम पर बंद की जाए राजनीति, शत-प्रतिशत धान खरीद करे सरकार
भाजपा छोड़ कर लोजपा में शामिल रामेश्वर प्रसाद चौरसिया ने शत-प्रतिशत धान खरीदारी की मांग की है। उन्होंने कहा है कि राजनीतिक दल किसानों के नाम पर राजनीति करना बंद करें। मिल-बैठकर किसानों के हित की बात की जाए।
जेएनएन, सासाराम । देश भर में चल रहे किसान आंदोलन के बीच भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय मंत्री व लोजपा से इस बार चुनाव लड़े रामेश्वर प्रसाद चौरसिया ने कहा है कि किसानों के नाम पर की जा रही राजनीति बंद होनी चाहिए। हर दल, हर हाल में किसान हित की बात करें। सबका मकसद एक ही किसानों का हित हो। उन्होंने रोहतास में अबतक धान खरीद की शुरुआत नहीं होने पर चिंता व्यक्त करते हुए कृषि मंत्री से इसपर सार्थक पहल करने व जरूरत पड़ने पर खरीद नियमों में छूट देने की मांग की है।
रामेश्वर प्रसाद चौरसिया ने कहा कि एक तरफ पीएम नरेन्द्र मोदी किसानों की आय दोगुनी करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए कृषि सुधार कानून को अमल में लाया गया है। वहीं राज्य में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीद भी नहीं शुरू हो पाई है। रोहतास में अबतक एक छंटाक भी धान की खरीद क्रय केंद्र पर नहीं हुई। जबकि यहां का लाखों क्विंटल धान आंध्र प्रदेश, छतीसगढ़, हरियाणा, पंजाब में बिचौलिए भेज दिए हैं। किसानों का कहना है कि वे मजबूरीवश एक हजार रूपए क्विंटल से भी कम मूल्य पर धान बेचने को विवश है।
यहां का धान ले जाकर दूसरे राज्यों में एमएसएपी पर बेच रहे बिचौलिए
लोजपा नेता ने कहा कि राज्य में धान में अधिक नमी की बात कह धान की खरीद नहीं हो पा रही है, वहीं अन्य राज्यों में यहां का धान बिचौलिए ले जाकर धड़ल्ले से एमएसपी पर बेच रहे हैं। यह तो विरोधाभास की स्थिति है। एक ओर हमारे किसानों को कुछ कहा जा रहा है तो दूसरी ओर दूसरे राज्यों के किसान यहां का धान ले जाकर मुनाफा कमा रहे हैं। कहा कि उन्होंने राज्य के कृषि मंत्री से तत्काल हस्तक्षेप कर धान खरीद सुनिश्चित कराने, आवश्यकता पड़ने पर नियमों में छूट देने सहित अन्य मांग की है। कहा कि जिस तरह से जिले मै धान खरीद शुरू नहीं होने से किसानों में आक्रोश है, अगर वे सड़क पर आंदोलन के लिए उतरे तो स्थिति भयानक हो जाएगी। उन्होंने अन्य राजनीतिक दलों को भी नसीहत दी कि किसानों के नाम पर राजनीति नहीं करें बल्कि उनकी समस्या का समाधान सरकार के साथ मिल बैठ कर कराएं।