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गया के धैर्य हत्‍याकांड में पुलिस अब तक खाली हाथ, तेलंगाना के सांसद ने भी उठाई थी संसद में आवाज

गया के उपहारा थाना क्षेत्र में दो महीने पूर्व की गई मासूम धैर्य सिंह की हत्‍या मामले में पुलिस अब तक खाली हाथ है। मालूम हो कि तेलंगाना के एक सांसद ने सदन में इस मामले को उठाया था।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Sat, 03 Apr 2021 07:22 AM (IST)Updated: Sat, 03 Apr 2021 08:09 AM (IST)
गया के धैर्य हत्‍याकांड में पुलिस अब तक खाली हाथ, तेलंगाना के सांसद ने भी उठाई थी संसद में आवाज
धैर्य हत्‍याकांड में पुलिस अब तक खाली हाथ। प्रतीकात्‍मक फोटो

औरंगाबाद, जागरण संवाददाता। उपहारा थाना मुख्यालय क्षेत्र में करीब दो महीने पूर्व की गई स्व. मुन्ना सिंह के चार वर्षीय नाती धैर्य कुमार की हत्‍या मामले में पुलिस अब तक खाली हाथ है। हत्यारों तक पुलिस अब तक नहीं पहुंच सकी है। घर में घुसकर दो माह पहले स्‍व मुन्ना सिंह की पत्‍नी रंजू कुंवर के पास सोए धैर्य को अपराधियों ने अगवा कर लिया था। विरोध करने पर धारदार हथियार से हमला कर रंजू को भी घायल कर दिया था। धैर्य के कातिलों को पकडऩे के लिए संसद में तेलंगाना के सांसद ने आवाज उठाई थी। लेकिन अब तक इस मामले में पुलिस खाली हाथ ही है।

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हॉज में फेंक दिया था शव

कातिलों ने मासूम की हत्या कर शव को गांव से उत्तर पुनपुन नदी के पास देवी मंदिर के पीछे स्थित लघु सिंचाई विभाग के कैनाल के पानी की हौज में फेंक दिया था। पुलिस ने हॉज से शव बरामद कर पोस्टमॉर्टम कराया था। लेकिन दो माह बीत गए, अब तक धैर्य की हत्या पहेली बनकर रह गई है। पुलिस की सुस्ती और कातिलों को पकडऩे के प्रति लापरवाही धैर्य के कातिलों को जेल की सलाखों तक नहीं पहुंचा सकी है।

माता-पिता के विवाद की भेंट तो नहीं चढ़ा मासूर्य धैर्य

ग्रामीण आज भी सोच रहे हैं कि आखिर उनके गांव के मासूम भांजे की हत्या किसने और क्यों की। स्वजन ने भी गांव में किसी से भी दुश्मनी की बात पुलिस को नहीं बताई है। घटना के पर्दाफाश के लिए डॉग स्क्वॉयड व पटना से एफएसएल की टीम पहुंची थी। उपहारा थानाध्यक्ष रामराज सिंह ने बताया कि बालक की हत्या मामले का जल्द ही पर्दाफाश किया जाएगा। बताया जाता है कि सिवान जिले के बंगरा थाने के सिंहाटा निवासी धैर्य के पिता अवनीश सिंह व माता शोभा कुमारी के बीच विवाद चल रहा है। विवाद के कारण दोनों एक-दूसरे से अलग रहते हैं। धैर्य नानी के पास रहता था।


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