सासाराम में एक वर्ष से बनकर रेल थाना भवन है तैयार, शिफ्टिंग का है इंतजार, बिजली के कारण फंसा है पेच
सासाराम में जीआरपी थाने के लिए नया भवन तैयार है। लेेकिन एक वर्ष में भी उसमें विद्युतीकरण का काम पूरा नहीं हो सका है। इस कारण से उसमें थाने को शिफ्ट नहीं किया जा रहा। इधर पुराने भवन में कार्य में असुविधा हो रही है।
जेएनएन, सासाराम (रोहतास)। दशकों से पुराने में भवन संचालित हो रहे राजकीय रेल पुलिस (जीआरपी) के लिए नया भवन बनकर तो तैयार है। लेकिन यह उसमें कब शिफ्ट होगा, किसी को पता नहीं। नए भवन में विद्युतीकरण (Electrification) का कार्य एक वर्ष में भी अधूरा है। इस कारण जीआरपी के अधिकारी उसे हैंडओवर नहीं ले रहे। रेलवे स्टेशन के पश्चिमी छोर पर गोरक्षणी ओवरब्रिज के पास बने रेल थाना का यह तीन मंजिला भवन तैयार है। लेकिन गृह प्रवेश का मुहूर्त ही नहीं बन रहा।
जनवरी में ही बनकर हो गया तैयार
डेढ़ वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री ने भवन का शिलान्यास किया था। जनवरी 2020 में सरकार की ओर से डेडलाइन तय किए जाने के बाद पूरी तत्परता से भवन का रंग-रोगन कर उसे चकाचक कर दिया गया। तब मकर संक्राति के बाद रेल थाने को नए भवन में स्थानांतरित करने की योजना थी। लेकिन विद्युतीकरण का कुछ काम बाकी रहने के कारण रेल थानाध्यक्ष ने उसे हैंडओवर लेने से इंकार कर दिया था। वर्तमान में रेल थाना सासाराम स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या दो पर जर्जर भवन में संचालित हो रहा है।
भवन में दफ्तर व आवास की है व्यवस्था
लगभग एक करोड़ की लागत से बने रेल थाना भवन में थानाध्यक्ष के दफ्तर से लेकर सुरक्षा कर्मियों के रहने लिए बैरक की व्यवस्था है। महिला व पुरुष कर्मियों के रहने के लिए अलग-अलग बैरक बनाया गया है। रेलवे ने रेल थाना भवन के लिए लगभग 10 डिसमिल भूमि उपलब्ध कराई है। उसमें रेल थाना के अलावा रेल पुलिस निरीक्षक कार्यालय व पुलिस अधिकारियों के आवास का निर्माण प्रस्तावित है। जी-थ्री लेवल भवन के बन जाने से रेल पुलिस को अत्याधुनिक सुविधाओं व संसाधनों से लैस भवन में काम करने में सहूलियत हो जाएगी।
काफी दूर तक है सासाराम रेल थाने का क्षेत्र- स्थापना काल से ही संसाधनों की कमी का दंश झेल रहे सासाराम रेल थाना के जिम्मे पश्चिम में खुर्माबाद व पूरब में करवंदिया तक का कार्य देखना होता है। जबकि सासाराम सर्किल इंस्पेक्टर पश्चिम में कर्मनाशा व पूरब में अनुग्रह नारायण रोड से भी अधिक की दूरी तक है। कार्यालय भवन व आवास की व्यवस्था नहीं होने से कर्मियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था।
कार्य एजेंसी को बचा काम शीघ्र पूरा करने का निर्देश
जीआरपी थानाध्यक्ष लल्लू सिंह ने बताया कि रेल थाना भवन व आवास की व्यवस्था नहीं होने से परेशानी हो रही थी। डेढ़ वर्ष पूर्व भवन का शिलान्यास मुख्यमंत्री ने किया था, जो अब पूर्ण हो गया है। लेकिन विद्युतीकरण का कुछ कार्य बाकी होने के कारण से हैंडओवर नहीं लिया जा सका है। कार्य एजेंसी को बचे कार्य को शीघ्र पूरा करने को कहा गया है ताकि नए भवन में रेले थाना को स्थानांतरित किया जा सके।