जेल से जमानत पर छूटे पेशेवर अपराधियों का थाना परेड, पुलिस ने घर से बुला पूछा- अब क्या कर रहे?
एसपी सुधीर कुमार पोरिका के निर्देश पर गुरुवार को नबीनगर सर्किल के थाना क्षेत्र के जमानत पर जेल से बाहर आए अपराधियों का गुंडा परेड कराया गया। घर पर रह रहे अपराधियों को संबंधित थाना में बुलाया गया और थानाध्यक्ष के द्वारा उनका आचरण का सत्यापन किया गया।
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। एसपी सुधीर कुमार पोरिका के निर्देश पर गुरुवार को नबीनगर सर्किल के थाना क्षेत्र के जमानत पर जेल से बाहर आए अपराधियों का गुंडा परेड कराया गया। घर पर रह रहे अपराधियों को संबंधित थाना में बुलाया गया और थानाध्यक्ष के द्वारा उनका आचरण का सत्यापन किया गया। जेल से छूटने के बाद अपराधियों की क्या गतिविधि है, उनकी नियमित आचरण की जानकारी ली गई।
अपराधियों से थानाध्यक्ष ने उनकी गतिविधि के बारे में पूछताछ की। एसपी ने बताया कि समाज में शांति कायम रहे इसके लिए जिले के सभी थाना में गुंडा पंजी खोला गया है। इस पंजी में थानाक्षेत्र के अपराधियों व असामाजिक तत्वों का नाम अंकित किया गया है। थाना क्षेत्र के वैसे लोगों का थाना पर गुंडा परेड किया जाता है तो अपराध कर जेल जाते हैं और फिर जमानत पर बाहर आते हैं। गुंडा परेड के दौरान जेल से बाहर आए अपराधियों के चरित्र का सत्यापन किया जाता है। उनकी दैनिक गतिविधि के बारे में जानकारी ली जाती है। एसपी ने बताया कि जिनका आचरण सही हो जाता है, जो अपराध को छोड़ सही रास्ते पर आ जाते हैं, वैसे लोगों का नाम थानाध्यक्ष के द्वारा अनुशंसा करने पर गुंडा पंजी से हटा दिया जाता है।
एसपी ने बताया कि सभी थानाध्यक्षों को यह निर्देश दिया गया है वे अपने-अपने थाना क्षेत्र के अद्यतन अपराधियों व असामाजिक तत्वों का नाम गुंडा पंजी में दर्ज करें और इस पंजी को अपडेट रखे। एसपी ने बताया कि कुल 78 अपराधियों का गुंडा परेड कराया गया। नबीनगर थाना में आठ, अंबा में नौ, एनटीपीसी खैरा में नौ, माली में 14, कुटुंबा में पांच, नरारीकला खुर्द में 10, टंडवा में 19 एवं बड़ेम ओपी में चार अपराधियों का गुंडा परेड कराया गया। इसी तरह जिले के अन्य थाना के थानाध्यक्षों के द्वारा अपने अपने थाना क्षेत्र के अपराधियों को गुंडा परेड कराने का निर्देश दिया गया है।