गया में पूर्व मंत्री जी का दबाव भी नहीं दिला सका सोना-चांदी व राशन, सारे आश्वासन निकले कोरे
गया शहर में सोना-चांदी किराना और दवा दुकानों में चोरीकांड के उद्दन में पुलिस शिथिल पड़ी हुई है। इस कारण दुकानदार भयभीत हैं। चैंबर ऑफ कॉमर्स व पूर्व मंत्री का दबाव भी पीड़ित दुकानदार को न्याय नहीं दिला सका है।
गया, जागरण संवाददाता। क्षेत्र में चोरोंं का खौफ काफी ज्यादा है। चाहे वे दुकानदार हों या आमजन उनमें चोरों का दहशत है। कारण भी है। आए दिन चोर दुकानों और घरों को निशाना बना जाते हैं। पूर्व के महीनों में चोरों ने दुकानों को जिस कदर निशाना बनाया दुकानदार उसे भूल नहीं पा रहे हैं। चोरीकांड काे याद कर दुकानदारोंंका रूह कांप जाता है। मेहनत से की गई कमाई के 25 लाख रुपये से अधिक पैसे चोर समेट ले गए। इसकी प्राथमिकी कोतवाली और रामपुर थाना में दर्ज है। लेकिन एक महीने बाद भी पुलिस खाली हाथ है।
किसी मामल का उद्भेदन नहीं कर पाई पुलिस
चोरीकांड के कहीं एक माह हो गए तो कहीं डेढ़ृ माह लेकिन पुलिस ज्वेलरी, किराना और दवा दुकानों में चाेरी की वारदात को सुलझा नहीं पाई है। चोरीकांड की बातें पुलिस की फाइल में बंद होकर रह गई। अब तो थाना स्तर पर चोरी कांड की बात भी नहीं होती है। केवल अलग-अलग चोरीकांड के अनुसंधान पदाधिकारी तय कर कर्तव्य की इतिश्री पुलिस कर लेती है। पुलिस पदाधिकारी चोरी कांड पर खामोश हैं। केवल कोरोना का रोना रो रहे हैं। अब तो व्यवसायियों का जनप्रतिनिधि व सामाजिक संगठन से भी विश्वास कम हो रहा है। चोरी कांड के समय इन लोगों ने पुलिस पर दबाव बनाया था, लेकिन उसका प्रतिफल कुछ नहीं निकला। ऐसे में व्यवसायी अपनी और दुकान की सुरक्षा के लिए खुद चिंतित है। ऐसे में व्यवसायियों को अपनी व्यवसाय की चिंता हो रही है।
थोक मंडी में होली के दूसरे दिन हुई थी भीषण चोरी
कोतवाली थाना क्षेत्र के हाते गोदाम किराना का थोक मंडी है। जहां पिछले माह यानि होली के दूसरे दिन 30 मार्च को चोरों ने किराना, तेल-डालडा के थोक दुकान व उनके आफिस को निशाना बनाया था। चार दुकानों व एक आफिस के डेढ़ दर्जन ताले को तोड़कर लाखों रुपये उड़ाकर फरार हो गया। वारदात के लगभग एक माह होने वाले हैं। ऐसे में पुलिस की हाथ खाली है। यहां के दुकानदार भयभीत हैं। प्रत्येक दिन जब दुकान बंद कर घर जाते हैं, दूसरे दिन जब पुन: दुकान खोलने के लिए आते हैं, दुकान सुरक्षित देखते हैं, तो राहत महसूस करते हैं।
दवा दुकानाें में हुई चोरी मामले में भी नहीं मिली सफलता
फरवरी में कोतवाली थाना क्षेत्र के दवा के थोक दवा दुकानों को चोरों ने निशाना बनाया था। प्रगति इंटरप्राइजेज व एक अन्य दवा दुकान से 10 से 12 लाख रुपये की चोरी की वारदात हुई थी। इस दवा दुकानों में चोरी के करीब दो माह गुजर गए। इस मामले में भी पुलिस शिथिल रही। कहीं कोई सुराग पुलिस खोज नहीं पाई। चोरीकांड के बाद दवा के थोक व्यवसायी डर और सहमे हुए हैं। अप्रैल में रामपुर थाना क्षेत्र में ज्वेलरी दुकानों को निशाना बनाया था। वहां दो ज्वेलरी दुकान से भी लाखों रुपये की जेवर की चोरी हुई थी। इसी तरह एपी कॉलोनी में शुभम ज्वेलर्स दुकान (देव कोठी) के बाहर जेवरात से भरा बैग गायब हुआ था।
भाजपा के कद्दावर नेता डॉ. प्रेम कुमार का आश्वासन भी कोरा
शहर में वारदात के बाद नगर विधायक डॉ.प्रेम कुमार, भाजपा महानगर इकाई ने पुलिस पदाधिकारी पर दबाव बनाया था। लेकिन राजनीतिक दबाव के बाद भी पुलिस सक्रिय नहीं हुई। विधायक ने हाते गोदाम में अस्थाई पुलिस कैंप लगाने का आश्वासन दिया था। लेकिन सतारूढ् दल और नेताजी का सारा आश्वासन कोरा साबित हुआ।
एक ही गाड़ी से हाते गोदाम व दवा मंडी में हुई चोरी
नगर डीएसपी राजकुमार साह कहते हैं कि हाते गोदाम व दवा मंडी में चोरी कांड में एक ही गाड़ी का उपयोग हुआ था। उसकी नंबर की जांच की गई। जांच में नंबर मोटरसाइकिल का निकला। चोरीकांड का अहम फुटेज मिला है। तकनीकि सेल व थाना की पुलिस लगातार दूसरे जिला की पुलिस से संपर्क में हैं। जहां तक चंदौती मोड़ पर जेवलरी दुकान की चोरी की है, उसमें कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस लगातार काम कर रही है। भयभीत होने की जरूरत नहीं है।