Makar Sankranti 2021: गया में कतार में लगकर लोग कर रहे तिलकुट की खरीदारी, कुशीनगर का गुड़ भी डिमांड में
मकर संक्रांति गुरुवार यानि 14 जनवरी को है। इसको लेकर तिलकुट की खरीदारी जोर-शोर से हो रही है। गया के रमना रोड में सुबह से ही खरीदारों की भीड़ लगी है। कई प्रसिद्ध दुकानदार तो एक किलो से ज्यादा तिलकुट नहीं बेच रहे।
जागरण संवाददाता, गया। तिलकुट के लिए प्रसिद्ध गया में मकर संक्रांति को लेकर विशेष तैयारी की गई है। गया शहर के अलावा दूसरे जिले के लोग भी यहां से तिलकुट खरीदकर ले जाते हैं। ट्रेनों-बसों की यात्रा करने वाले भी रुककर खरीदारी करते रहे। इसको देखते हुए सुबह से ही तिलकुट की दुकानें खुल गईं। जगह-जगह अस्थायी दुकानें भी सजी रहीं।
360 रुपये प्रतिकिलो तक की दर से बिक रहा तिलकुट
शहर के रमना रोड में काफी संख्या में तिलकुट की दुकानें हैं। तीन-चार दिनों से यहां भीड़ रह रही है। लोग लाइन में लगकर तिलकुट के खरीदारी कर रहे हैं। स्थिति ऐसी है कि कुछ दुकानदार तो एक किलो से अधिक तिलकुट एक ग्राहक को नहीं दे रहे। गया धाम तिलकुट विक्रेता संघ के अध्यक्ष लालजी प्रसाद का कहना है। कि बाजार में तिलकुट 210 से लेकर 360 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है। इसमें चीनी, गुड, खोया एवं ड्राई फ्रूट के तिलकुट है। ग्राहक अपनी पसंद के अनुसार तिलकुट खरीदारी कर रहे हैं । तिलकुट का बाजार मुख्य रूप से एक दिसंबर से 14 जनवरी तक चलता है।
मकर सक्रांति पर कुशीनगर के गुड़ की मांग अधिक
मकर संक्रांति पर लोग तिलकुट के साथ-साथ गुड़ एवं चूड़ा की खरीदारी अधिक करते हैं। बाजार में सबसे अधिक कुशीनगर के गुड़ की बिक्री हो रही है। बाजार में गुड 35 से 40 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। इसके अलावा चूड़ा 30 से 80 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है। सबसे अधिक बासमती चूड़ा 80 से लेकर 100 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है।
मकर संक्रांति पर स्नान कर करें तिलकुट का दान
आचार्य लालभूषण मिश्र का कहना है कि मकर सक्रांति 14 जनवरी यानी गुरुवार को मनाया जाएगा। सुबह 8 बजे से पूरे दिन स्नान दान कर सकते हैं। मकर सक्रांति पर तिल दान का काफी महत्व है। स्नान के बाद तिल का दान अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मोक्षदायिनी फल्गु नदी में स्नान कर चूड़ा दही तिलकुट का भोजन करना चाहिए।