नवादा जिले के वारिसलीगंज के छह परीक्षा केंद्रों पर बीपीएससी पीटी की शांतिपूर्ण संपन्न
BPSC Exam बीपीएससी की परीक्षा के लिए परीक्षा हाल मे प्रवेश से पूर्व परीक्षार्थियों की हुई सघन तलाशी पकरीबरावां एसडीपीओ तथा बीडीओ सीओ ने परीक्षा केंद्रों घूम घूमकर लिया जायजा नवादा जिले में शांतिपूर्ण ढंग से हुई परीक्षा
संवाद सूत्र,वारिसलीगंज (नवादा): बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित 66 वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा रविवार को वारिसलीगंज नगर के छह परीक्षा केंद्रों पर शांतिपूर्ण एवं कदाचार रहित संपन्न हुआ। पकरीबरावां एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा, बीडीओ सत्यनारायण पंडित तथा सीओ उदय प्रसाद, थानाध्यक्ष पवन कुमार के अलावे जिला प्रशासन की टीम के द्वारा नगर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों का जायजा लिया गया। जिसमें परीक्षा केंद्र एसएन सिन्हा महाविद्यालय, महिला महाविद्यालय, विवेकानंद पब्लिक स्कूल, संत जॉन्स पब्लिक स्कूल, बीके साहू तथा नेशनल इंटर विद्यालय पर आयोजित परीक्षा का निरीक्षण किया गया।
एडमिट कार्ड की तस्वीर से मिलान के बाद ही दे सके परीक्षा
अधिकारियों ने परीक्षा केंद्र पर परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों से एडमिट कार्ड से उनके फोटो का मिलान तथा उनके पहचान पत्र से एडमिट कार्ड मिलान तथा एडमिट कार्ड पर अंकित विभिन्न नाम, पता, रोल नंबर इत्यादि की जांच किया गया, ताकि कोई फर्जी परीक्षार्थी किसी अन्य परीक्षार्थी के स्थान पर बैठकर परीक्षा न दे सके।रीक्षा के दौरान अधिकारियों ने परीक्षार्थियों को मास्क पहनकर एवं शारीरिक दूरी का पालन करते हुए परीक्षा हाल में बैठकर परीक्षा देने को कहा गया। परीक्षार्थियों को परीक्षा हॉल में किसी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, मोबाईल फोन या ब्लूटूथ आदि के जाने की सख्त मनाही किया गया।
प्रशासनिक टीम ने किया औचक निरीक्षण
परीक्षा को शांतिपूर्ण रुप से संपन्न कराने के लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर स्टैटिक दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई थी। परीक्षा के दौरान विधि व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से उड़नदस्ता दल की प्रतिनियुक्ति की गई थी। पुलिस टीम विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर जाकर औचक निरीक्षण किया गया। कुल मिलाकर कदाचार मुक्त परीक्षा संपन्न करवाया गया। सभी परीक्षा केंद्रों के वीक्षको को निर्देश दिया गया था कि परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश से पहले अच्छी तरह से तलाशी लिया गया ताकि कदाचार की कोई भी संभावना न रहे।