Move to Jagran APP

गया जंक्‍शन पर बढ़ेगी यात्री सुविधा, रेलवे की नीति बदली, कायाकल्‍प करने के लिए 12 हजार करोड़ आवंटित

गया जंक्‍शन पर यात्रियों की सुविधाएं बढ़ेंगी। जल्‍द ओपन टेंडर होने वाला है। गया जंक्‍शन की कायाकल्‍प करने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। टेंडर होते ही सभी तरह के काम शुरू कर दिए जाएंगे। गया के अलावा विभिन्‍न राज्‍यों के 21 स्‍टेशनों का कायाकल्‍प किया जाएगा।

By Prashant KumarEdited By: Published: Fri, 29 Oct 2021 12:41 PM (IST)Updated: Fri, 29 Oct 2021 12:41 PM (IST)
गया जंक्‍शन पर बढ़ेगी यात्री सुविधा, रेलवे की नीति बदली, कायाकल्‍प करने के लिए 12 हजार करोड़ आवंटित
21 स्‍टेशनों पर बढ़ेगी यात्री सुविधा। सांकेतिक तस्‍वीर।

ऑनलाइन डेस्‍क, गया। गया जंक्‍शन पर यात्रियों की सुविधाएं बढ़ेंगी। जल्‍द ओपन टेंडर होने वाला है। गया जंक्‍शन की कायाकल्‍प करने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। टेंडर होते ही सभी तरह के काम शुरू कर दिए जाएंगे। गया के अलावा विभिन्‍न राज्‍यों के 21 स्‍टेशनों का कायाकल्‍प किया जाएगा। इसके लिए रेल मंत्रालय ने 12 हजार करोड़ की स्‍वीकृति दी है। मालूम हो कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्‍णव ने इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कारपोरेशन (आइआरएसडीसी) को भंग कर दिया है। साथ ही स्‍टेशनों का कायाकल्‍प करने वाली नीति में बदलाव किया है।

loksabha election banner

बताते चलें कि पब्लिक सेक्‍टर यूनिट (पीएसयू) के माध्‍यम से पहले रेलवे स्‍टेशनों पर सुविधा, ट्रैक दोहरीकरण और अन्य काम किए जाते थे। लेकिन, अब रेलवे खुद ही इन कार्यों को करेगा। इसके लिए ओपन टेंडर किया जाएगा। पब्लिक सेक्‍टर यूनिट को भी टेंडर प्रक्रिया में भाग लेना होगा। इससे उनमें प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। रेल मंत्रालय ने नीति में बदलाव के बाद गया समेत विभिन्‍न राज्‍यों के 21 स्‍टेशनों की सूची जारीकी है। इसमें यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी करने का काम किया जाएगा। बताया जाता है कि अन्‍य स्‍टेशनों की सूची भी जल्‍द जारी होगी। रेल लैंड डेवलपमेंट अथारिटी (आरएलडीए) ने स्‍टेशनों के कायाकल्‍प का डिजाइन बनाया है। इसके लिए 12 हजार करोड़ का फंड है।

रेल मंत्रालय ने इन स्टेशनों की जारी की सूची

जोन             स्टेशन         एजेंसी

  • दक्षिण रेलवे         रामेश्वरम        रेलवे
  • दक्षिण रेलवे         एर्नाकुलम        रेलवे
  • दक्षिण रेलवे         कन्याकुमारी      रेलवे
  • दक्षिण मध्य रेलवे     तिरुपति         रेलवे
  • पूर्वी मध्य रेलवे     गया               रेलवे
  • उत्तर रेलवे         दिल्ली कैंट      आरएलडीए
  • दक्षिण रेलवे         पुडुचेरी          रेलवे
  • दक्षिण मध्य रेलवे     नेल्लोर         रेलवे
  • उत्तर रेलवे         लखनऊ(चारबाग)    आरएलडीए
  • उत्तर रेलवे         गाजियाबाद         रेलवे
  • उत्तर मध्य रेलवे     कानपुर         रेलवे
  • उत्तर मध्य रेलवे     प्रयागराज        रेलवे
  • दक्षिण रेलवे         मदुरै             रेलवे
  • दक्षिण रेलवे         कोल्लम          रेलवे
  • उत्तर पश्चिम रेलवे    उदयपुर        रेलवे
  • उत्तर पश्चिम रेलवे     गांधी नगर जयपुर     रेलवे
  • पश्चिम मध्य रेलवे     कोटा             रेलवे
  • पश्चिम मध्य रेलवे     दकियन तालव    रेलवे
  • पश्चिम रेलवे         उधाना            रेलवे
  • पश्चिम रेलवे         सूरत             रेलवे
  • उत्तर रेलवे         बिजवासन        आरएलडीए

आइआरएसडीसी को मिली थी 64 स्‍टेशनों की जिम्‍मेदारी

आइआरएसडीसी को ए श्रेणी के 64 रेलवे स्टेशनों को विकसित करने का जिम्‍मा सौंपा गया था। उन्‍हें एयरपोर्ट की तरह स्‍टेशनों पर दुकान, मॉल, पार्किंग आदि बनाने को कहा गया था। साथ ही उन्‍हें निजी कंपनियों को किराए पर देकर आमदानी बढ़ाने की बात कही गई थी।

स्टेशन विकसित करने थे और दुकान-मॉल बनाकर भी निजी कंपनियों को किराये पर देकर आमदनी बढ़ानी थी। इनमें अंबाला मंडल का चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन शामिल था, जबकि अंबाला को आइआरएसडीसी के हवाले करने के लिए पत्र भी जारी हो चुका था। काम में लेटलतीफी से रेल मंत्री खुश नहीं थे और इसी कारण उन्होंने आइआरएसडीसी को भंग कर दिया।

रेलवे के लिए काम कर रही पब्लिक सेक्‍टर की ये कंपनियां

रेलवे ने टेंडर की प्रक्रिया को पूरी तरह बदल दिया है। अब पीएसयू टेंडर नहीं करेगी, बल्कि उसमें भाग ले सकती है। रेलवे की पीएसयू में रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकनोमिक सर्विस लिमिटेड (राइट्स), सेंटर आफ रेलवे इन्फारमेशन सिस्टम (क्रिस), इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन लिमिटेड (आइआरसीटीसी), रेल कारपोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड (रेलटेल), इंडियन रेलवे कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (आइआरसीओएल), इंडियन रेलवे फाइनेंस कारपोरेशन (आइआरएफसी), कंटेनर कारपोरेशन आफ इंडिया (कानकोर), कोंकण रेलवे कारपोरेशन लिमिटेड (केआरसीएल),  रेल विकास निगम (आरवीएनएल), इंडियन रेलवे वेलफेयर आर्गेनाइजेशन (आइआरडब्ल्यूओ), रिसर्च डेवलेपमेंट स्टैंडर्ड आर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) शामिल है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.