कोरोना टीकाकरण में परैया प्रखंड रहा अव्वल, गया के 24 प्रखंडों को पछाड़ते हुए रहा सबसे आगे
कोरोना टीकाकरण चल रहा है। इसमें गया जिले का परैया प्रखंड जिले में सबसे अग्रणी है। टीका लेने वालों की संख्या अधिक रहने पर डीएम ने प्रखंड विकास पदाधिकारी समेत पूरी टीम को बधाई दी है। उनसे सीख लेने की जरूरत बताई है।
परैया (गया), संवाद सूत्र। परैया के सूदूरवर्ती गांव और कस्बों में जहां आज भी अशिक्षा, गरीबी का दंश है, वहां रिकाड कोरोना टीकाकरण किया गया। इस उपलब्धि से परैया की अलग पहचान जिला में बनी है। सरकार के निर्देश पर 23 मार्च से मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना के लाभुकों का कोरोना टीकाकरण शुरू हुआ। इसमें नौ पंचायत के प्रखंड ने पूरे जिला में कीर्तिमान रच दिया।
24 प्रखंडों के 42 अस्पतालों में अव्वल रहा परैया
संसाधन विहीन क्षेत्र में जहां पहले दिन 703 ग्रामीणों का टिकाकरण हुआ। जबकि पूरे गया जिला में कुल 6297 ग्रामीणों का टिकाकरण किया गया। चौबीस प्रखंड के कुल 42 अस्पतालों में 11 फीसद टीकाकरण के साथ परैया अव्वल रहा। वहीं दूसरे दिन भी रिकार्ड 724 लाभुकों को कोरोना का टीका दिया गया। मंगलवार सुबह से शुरू टीकाकरण अभियान का संचालन प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य के अलावा सभी नौ उपस्वास्थ्य केंद्रों में हुआ। इसमें हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर, 45 से 60 आयु वर्ग के ग्रामीण व 60 वर्ष से अधिक आयु के ग्रामीण शामिल रहे। इनमें सबसे अधिक संख्या 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले वृद्धजन पेंशन योजना का लाभ ले रहे लाभुकों की रही। कुल 688 लोगों ने कोरोना का पहला टीका लिया। इनकी बदौलत गया में सबसे अधिक टीकाकरण परैया का रहा। वहीं बुधवार को भी परैया ने जिला में टिकाकरण का रिकार्ड बनाया। कुल 724 लाभुकों को कोरोना का टीका दिया गया।
डीएम ने पूरी टीम को दी बधाई
खास बात यह है कि टीका लेने वालों में सभी ने पहली डोज ली। इस उपलब्धि पर प्रखंड विकास पदाधिकारी अरुण कुमार निराला के साथ पूरे स्वास्थ्य विभाग की टीम को जिला पदाधिकारी अभिषेक सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में बधाई दी। वहीं दूसरे लोगों को इससे सीख लेने की बात कही गयी । स्वास्थ्य प्रबंधक विजय कुमार ने बताया कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ज्ञानी गौरव के नेतृत्व में पूरे टीम ने इस अभियान को सफल बनाया है। जिसमें आशा कर्मी व एएनएम की अहम भूमिका रही है। कोरोना टिकाकरण में पिछड़े क्षेत्र में लोगों की जागरूकता ने सभी को जागरूक किया है और बेहिचक बेझिझक टिका लेने का मनोबल दिया है।