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गया जिले में अब तक नहीं शुरू हुई धान की खरीदारी, मजबूरी में औने-पौने भाव में बेच रहे किसान

गया में अब तक धान की खरीदारी शुरू नहीं किए जाने के कारण किसान औने-पौने भाव में बेच रहे हैं। उन्‍हें 12 रुपये प्रति‍ क्विंटल का दर भी नहीं मिल रहा जब‍कि सरकारी स्‍तर पर 1868 रुपये निर्धारित है।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 09:34 AM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 09:34 AM (IST)
गया जिले में अब तक नहीं शुरू हुई धान की खरीदारी, मजबूरी में औने-पौने भाव में बेच रहे किसान
बिक्री के लिए बोरे में भरे जा रहे धान। जागरण

जेएनएन, गया। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीद शुरू नहीं की गई है। इस कारण मजबूरी में किसान अपना धान औने-पौने दाम पर बेचने को मजबूर हैं। पहले 15 नवंबर से ही धान क्रय करने की घोषणा की गई थी। लेकिन बाद में तिथि बदली। परंतु अब तक निर्देश नहीं मिलने से पैक्स में इसकी सुगबुगाहट भी  शुरू नहीं हो सकी है। ऐसे में किसानों ने मजबूरी में बिचौलियों के हाथों धान बेचना शुरू कर दिया है।

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पथरा गांव के सुनील सिंह समेत अन्य किसानों का कहना है कि इस वर्ष खरीफ की अच्छी फसल से किसान काफी खुश थे कि उनके उत्पादन का सही मूल्य मिलेगा। किसी के घर में बेटी की शादी, तो किसी को रबी की बोआई के लिए खाद बीज के लिए पैसे की सख्त जरूरत है। ऐसे में किसान सरकारी खरीद का इंतजार करें या अपना जरूरी काम देखें। किसान दिनेश प्रसाद, नरेंद्र सिंह, दीपक रंजन वर्मा समेत कई किसान बताते हैं कि एक तरफ सरकार किसानों की आय दोगुना करने की बात कर रही है, वहीं दूसरी तरफ धान बेचने में उन्हें हमेशा जद्दोजहद का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में किसानों की आय दोगुना करने की बात सिर्फ छलावा ही साबित हो रही है।

12 सौ रुपये क्विंटल की दर से भी नहीं बिक रह धान

सरकार ने धान खरीदारी के लिए न्‍यूनतम समर्थन मूल्य 1868 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है, परंतु  फिलहाल तो 1200 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से भी धान की खरीददारी करने वाला कोई नहीं है। ऐसे में मजबूरी में बिचौलियों के कहे अनुसार दाम पर बेच रहे हैं या खेतों में ही रखना शुरू कर दिए हैं।

ऑनलाइन पंजीकृत किसानों से 21 मार्च तक की जाएगी धान की खरीदारी

औरंगाबाद में सरकारी स्तर पर विभिन्न पैक्स एवं व्यापार मंडल के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकृत किसानों से ही धान की खरीदारी की जाएगी इसके लिए किसानों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन कराने के लिए जमीन का रसीद या एलपीसी आधार कार्ड बैंक का खाता संख्या होना अनिवार्य है। इस आशय की जानकारी बी सी ओ दिलीप कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि 1 एकड़ जमीन वाले किसानों से 20 क्विंटल तक धान की खरीदारी की जा सकेगी। 23 नवंबर से 31 मार्च तक खरीदारी होगी। उन्होंने बताया कि सरकारी स्तर पर सामान्य ग्रेड के धान की कीमत 1868 रुपए तथा ए ग्रेड धान की कीमत 1888 तय की गई है जो किसानों को अकाउंट के माध्यम से पेमेंट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 17% से अधिक नमी आने पर धान की खरीदारी नहीं होगी। 

इधर बाजार में मंसूरी धान का मूल्य 11 सो रुपए प्रति क्विंटल तथा सोनम का मूल्य 1600 रुपए प्रति क्विंटल है ऐसे में किसानों को खेती का लागत मूल्य भी नहीं निकल रहा है


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