खिजरसराय के चिकित्सा पदाधिकारी पर प्राथमिकी का आदेश
गया। जांच रिपोर्ट में अनियमितता पाए जाने पर प्रमंडल आयुक्त जितेंद्र श्रीवास्तव ने खिजरसराय के चिक
गया। जांच रिपोर्ट में अनियमितता पाए जाने पर प्रमंडल आयुक्त जितेंद्र श्रीवास्तव ने खिजरसराय के चिकित्सा पदाधिकारी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया। वे लोक शिकायत निवारण के तहत मामलों की सुनवाई कर रहे थे।
कुल 52 मामलों की सुनवाई के दौरान एक आवेदक ने बताया कि उसकी राशि लौटा दी गई है। ऐसे कई मामले थे, जिसका मौके पर समाधान करते हुए पीड़ितों को न्याय दिया गया। खिजरसराय के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा छह क्लिनिकों की जांच में सिर्फ वाइके क्लिनिक में अनियमितता पाई गई। शेष के बारे में वे संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। आयुक्त ने गलत प्रतिवेदन दिए जाने पर उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया। साथ ही आयुक्त के सचिव और सिविल सर्जन को उन क्लिनिकों का औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया। जमीन मुआवजे की राशि के लिए दौड़ रहे हरि मांझी को आरटीजीएस से यह उपलब्ध करा देने का प्रतिवेदन गया के जिला भू-अर्जन पदाधिकारी ने प्रस्तुत किया। आवेदक अजय कुमार ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी मिली, जब पंजाब नेशनल बैंक के अतुल कुमार ने बताया कि उनके खाते में 14293 रुपये लौटा दिए गए हैं। त्रिवेणी कुमार के मामले में जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि यदि घर का हिस्से कट जाने पर आवेदक के परिवार को रहने में कठिनाई होती है तो उसका पूरा मुआवजा दिया जाना चाहिए। इसकी अच्छी तरह जांच कर ली जाए। दीपक रजक के मामले में सहायक अभियंता विद्युत फ्रेंचाइजी सेल गया के तर्क को खारिज कर दिया कि आवेदक ने 1350 रुपये बाद में जमा कराए। पहली बार में 66 हजार दिया, जबकि 67,350 रुपये देना था। मामला पैसा जमा करने पर बकाया माफ करने से जुड़ा था। आयुक्त ने कहा कि पहले 66000 ही जमा करने की पर्ची दी गई थी। गया के विद्युत कार्यपालक अभियंता को इसकी समीक्षा कर अगली सुनवाई में अवगत कराने का निर्देश दिया। शिक्षक कुमार रजनीश को आयुक्त के समक्ष अपने वरीय पदाधिकारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से ऊंचे स्वर में बात करना महंगा पड़ा। आयुक्त ने शिक्षक की कार्यकलाप की समीक्षा का आदेश दिया। इसे वीडियोग्राफी के साथ प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।