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ग्रैंड कॉर्डलाइन सहित गया-पटना व गया -क्यूल रेलखंड पर परिचालन शुरू, जानिए क्यों और कैसे मचा तांडव

आज बुधवार को आरआरबी-एनटीपीसी परीक्षा के रिज़ल्ट से नाराज़ अभ्यर्थियों ने गया जंक्शन पर जमकर तांडव मचाया। गया जंक्शन क्षेत्र में खड़े पैसेंजर रैक के छह कोच को आग के हवाले कर दिया और पूरे स्टेशन पर क़ब्ज़ा जमा लिया।

By Prashant Kumar PandeyEdited By: Published: Wed, 26 Jan 2022 09:49 PM (IST)Updated: Wed, 26 Jan 2022 09:49 PM (IST)
ग्रैंड कॉर्डलाइन सहित गया-पटना व गया -क्यूल रेलखंड पर परिचालन शुरू, जानिए क्यों और कैसे मचा तांडव
दिनभर के हंगामे के बाद गया में प्लेटफॉर्म पर प्रतीक्षारत यात्री और ट्रेन

 जागरण संवाददाता, गया : रेलवे की एनटीपीसी परीक्षा रिजल्ट आने के बाद छात्रों में रोष व्याप्त है। इसी के तहत बुधवार की सुबह गया जंक्शन पर छात्रों ने बवाल काटा। झंडोत्तोलन के बाद जंक्शन के बगल में स्थित हिंदले फील्ड में छात्र एकत्रित होने लगे और प्रदर्शन के दरम्यान छात्र उग्र हो गए। करीमगंज ओवर ब्रिज के नीचे खड़ी पैसेंजर कोच की खाली रह के तीन बोगी में आग लगा दी। जिसे दबाने के लिए जिला प्रशासन और रेलवे के आरपीएफ और जीआरपी की टीम ने सख्ती दिखाई तो छात्र तितर-बितर हो गए लेकिन प्रदर्शन जारी रहा। कुछ देर के बाद जंक्शन से सटे एक नंबर गुमटी के पास रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया। काफी समझाने के बाद छात्र माने और वहां से हटे। लेकिन उनके हटते ही करीमगंज गुमटी के पास खड़े पैसेंजर रैक की खाली बोगी में फिर से आग लगा दी। जिससे कि तीन कोच धू-धू कर जल गए। 

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गुजर रही श्रमजीवी एक्सप्रेस पर पथराव

मौके पर गया के डीएम, एसएसपी, आरपीएफ कमांडेंट व अन्य आला अफसर पहुंचे। फायर बिग्रेड की टीम ने आग पर काबू पाया और ट्रेन के कोच में लगी आग को बुझाया। कुल 6 बोगियों में आग लगी । दो इंजन को नुकसान पहुंचाया। गुजर रही श्रमजीवी एक्सप्रेस पर पथराव किया। रेलवे के अथक प्रयास से तक़रीबन 10 घंटे के बाद रात के आठ बजे गया जंक्शन के सभी रेलखंडो पर परिचालन पूरी तरह शुरू हो गया। देर शाम महाबोधि एक्सप्रेस का भी परिचालन शुरू कर दिया गया।

जमकर पत्थरबाजी, आंसू गैस के गोले भी दाग़े

बुधवार की सुबह 10 बजे रेलवे सुरक्षा बल और छात्रों के बीच जमकर पत्थरबाज़ी हुई। आरपीएफ़ की तरफ़ से की गई जवाबी कार्रवाई में आंसू गैस के गोले भी दाग़े गए। एसएसपी आदित्य कुमार भी पूरे दल-बल के साथ मौक़े पर पहुंच गए। जिसके बाद पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया। एसएसपी ने बताया कि रेलवे ने परीक्षा परिणाम को स्थगित कर दिया है, साथ ही ग्रुप-डी की परीक्षा को भी स्थगित कर दिया है। ऐसे में अब इस तरह के विरोध की ज़रुरत नहीं है। एसएसपी ने कहा कि ट्रेन की बोगियों को जलाया गया है, इस मामले में कुछ लोगों की पहचान की गई है। जल्द ही मामले में कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस खदेड़ती रही, छात्र उत्पात मचाते रहे

हालांकि, इस बीच प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन की छह बोगियों को फूंक दिया और जमकर बवाल मचाया। प्रदर्शनकारी छात्रों को रोकने के लिए पुलिस बल को काफ़ी मशक़्क़त करनी पड़ी। एक तरफ़ पुलिस छात्रों को खदेड़ती रही और दूसरी तरफ छात्र उत्पात मचाते रहे। छात्रों के उत्पात को रोकने के लिए पुसिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया लेकिन उग्र प्रदर्शनकारी नहीं माने। जिसके बाद भीड़ को हटाने के लिए आरपीएफ़ की टीम की तरफ से आंसू गैस के गोले छोड़े गए। 

ग़ौरतलब है कि दो बजे तक उग्र छात्रों ने तीन बोगियों को लहरा दिया था। इसके बाद सिटी एसपी राकेश कुमार उग्र छात्रों को शांत करने के लिए उनसे बातचीत कर ही रहे थे तभी एक दूसरे दल ने तीन और बोगियों में आग के हवाले कर दिया। गया रेलवे स्टेशन रण क्षेत्र में तब्दील हो गया। रेल सेवा पूरी तरह ठप हो गई।  

प्रदर्शनकारियों ने रेल की पटरियों को बुरी तरह नुक़सान पहुंचाया

उग्र प्रदर्शनकारियों ने रेल की पटरियों को बुरी तरह नुक़सान पहुंचाया है। जगह-जगह पर फ़िश प्लेट्स खोल दी गईं और ट्रैक के किनारे रखी पटरियों को ट्रैक पर डालकर उसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई। हालांकि सिटी एसपी राकेश कुमार ने प्रदर्शनकारी छात्रों को अपने स्तर से समझाने की पूरी कोशिश की। लेकिन इसके बावजूद उन लोगों ने प्रदर्शन कर रेल संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया। इस भीषण आगज़नी में ओवरहेड ट्रेक्शन तार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। सुबह 10 बजे से हो रहे इस प्रदर्शन के कारण गया-पटना रेलखंड, गया-मुगलसराय रेलखंड, गया-हावड़ा रेलखंड, और गया-क्यूल रेलखंड पर परिचालन पूरी तरह बंद हो गया था। गैंगमैन और ट्रैकमैन रेल परिचालन को फिर से बहाल कराने के लिए युद्धस्तर पर लगे रहे। 

रेलवे के कई पदाधिकारियों ने जायज़ा लिया

इससे पहले गया जंक्शन पर डीएम डॉ. त्यागराजन, एसएसपी आदित्य कुमार समेत पूरा ज़िला प्रशासन और पुलिस महकमा भारी दल-बल के साथ मौजूद रहा। साथ ही, रेलवे के कई पदाधिकारियों ने आकर हालात का जायज़ा लिया। एडीआरएम डीडीयू मंडल राकेश रोशन और आरपीएफ कमांडेंट डीडीयू मंडल आशीष मिश्रा भी घटनास्थल पर पहुंच गए। स्टेशन प्रबंधक उमेश कुमार, एसएस मिथिलेश कुमार, क्रू लॉबी के एसजेड हक़, आरपीएफ़ इंस्पेक्टर अजय प्रकाश, सब इंस्पेक्टर विक्रमदेव सिंह, रेल थानाध्यक्ष संतोष कुमार, पीडब्लूआई, ट्रैकमैन, गैंगमैन आदि उल्लेखनीय रूप से अपने कार्य में लगे रहे।

रिज़ल्ट और ग्रुप डी की परीक्षाएं स्थगित 

ग़ौरतलब है कि पिछले दो दिन से परीक्षार्थियों के विरोध-प्रदर्शन के बाद रेलवे ने आख़िरकार आरआरबी की नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी यानी एनटीपीसी परीक्षा के रिज़ल्ट और ग्रुप डी (श्रेणी-1) की परीक्षाएं स्थगित करने का फ़ैसला लिया है। रेलवे का यह फ़ैसला आंदोलनकारी परीक्षार्थियों की जीत के रूप में माना जा रहा है।

शिकायतों की जांच के लिए एक कमिटी बनाई

इस बीच , रेलवे ने प्रदर्शनकारी परीक्षार्थियों की शिकायतों की जांच के लिए एक कमिटी बनाई है। ये कमेटी विरोधी छात्रों की आपत्तियां सुनेगी और इन पर विचार करने के बाद अपनी रिपोर्ट रेल मंत्रालय को सौंपेगी। इससे पहले मंगलवार को रेलवे ने एक नोटिस जारी कर परीक्षार्थियों को चेतावनी दी थी कि प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ सहित अन्य ग़ैर क़ानूनी गतिविधियों में शामिल लोगों की रेलवे में भर्ती पर हमेशा के लिए पाबंदी लगा दी जाएगी। यह चेतावनी बिहार में कई जगहों पर प्रदर्शनकारी परीक्षार्थियों के रेलवे पटरियों पर धरने पर बैठने के मद्देनज़र आई थी।


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