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340 छात्रों के लिए सिर्फ एक शौचालय, गया के दो उर्दू विद्यालयों का हाल बेहाल

गया में 340 छात्र-छात्राओं के लिए सिर्फ एक शौचालय की व्यवस्था है। यही नहीं राजकीय मध्य विद्यालय मुरारपुर में बच्चों को अनुपात में कमरों की संख्या काफी कम है। 2019 में दो उर्दू प्राथमिक विद्यालय को भी इस विद्यालय में शिफ्ट कर दिया गया है।

By Rahul KumarEdited By: Published: Mon, 29 Nov 2021 01:32 PM (IST)Updated: Mon, 29 Nov 2021 01:32 PM (IST)
340 छात्रों के लिए सिर्फ एक शौचालय, गया के दो उर्दू विद्यालयों का हाल बेहाल
गया के मध्य वि.मुरारपुर में शिफ्ट उर्दू प्रा.वि.कठोकर तालाब में पढ़ते बच्चे। जागरण

गया, जागरण संवाददाता। शहर के मुरारपुर मोहल्ले में वर्ष 1889 में राजकीय मध्य विद्यालय मुरारपुर का स्थापना हुई थी। इस विद्यालय में तीन कमरें हैं जिसमें एक भवन पूरी तरह जर्जर हालत में है। यहां बच्चों की संख्या के अनुपात में कमरे नहीं हैं। इसके बावजूद 2019 में दो उर्दू प्राथमिक विद्यालय को शिफ्ट कर दिया गया। वहीं, शौचालय की स्थिति भी काफी खराब है। तीनों विद्यालयों के 340 छात्रों पर यहां एक शौचालय की व्यवस्था है।

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राजकीय मध्य विद्यालय मुरारपुर में एक से आठ वर्ग तक बच्चों की संख्या 265 है। एक उर्दू प्राथमिक विद्यालय मुरारपुर में 45 और दूसरे उर्दू प्राथमिक विद्यालय कठोकर तालाब में 30 छात्र हैं। राजकीय मध्य विद्यालय मुरारपुर के हेडमास्टर शंकर कुमार ने बताया कि विद्यालय में बच्चों की संख्या के अनुसार बैठने की जगह नहीं है। एक ही कमरे में दो से तीन कक्षा के बच्चों की पढ़ाई होती है। विद्यालय के शौचालय की हालत दयनीय है। शिक्षा विभाग की ओर से बजट आने के बाद मरम्मत कराया जाएगा। यह विद्यालय रविवार को बंद और शुक्रवार को खुला रहता है।  

पोषक क्षेत्र डेढ़ किलोमीटर दूर, विद्यालय हो गया शिफ्ट

उर्दू प्राथमिक विद्यालय कठोकर तालाब में 30 छात्र हैं। विद्यालय के प्रभारी परवीन सबा का कहना है कि मेरा विद्यालय का पोषक क्षेत्र यहां एक से डेढ़ किलोमीटर दूर है। बच्चों को आने में काफी परेशानी होती है। नामांकित बच्चों में सभी नहीं आ पाते हैं। छोटे बच्चों को विद्यालय आने में दुघर्टना का डर है। एक ही कमरा यहां मिला है जिसमें आफिस और एक से पांच वर्ग के बच्चों को पढ़ाती हूं। पोषक क्षेत्र में पीरमंसुर, कठोकर तालाब, शहीद रोड, छता मस्जिद के अलावा अन्य शामिल हैं। यह विद्यालय शुक्रवार को बंद और रविवार को खुलता है। 


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