Mishap: एक बार फिर मानवरहित फाटक ने ली दो जानें, शिक्षिका मां के साथ बेटी आ गई ट्रेन की चेपट में
रेल पटरी के पार करने के क्रम में मां-बेटी की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। यह घटना उस वक्त की है जब महिला गांव से बेटी के साथ सदर अस्पताल में कोविड सेंटर में भर्ती कोरोना पॉजेटिव ससुर राधाकृष्ण पांडे को देखने जा रही थी।
जागरण संवाददाता, सासाराम। शहर के गौरक्षणी ओवरब्रिज के नीचे बुधवार को रेल पटरी के पार करने के क्रम में मां-बेटी की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। यह घटना उस वक्त की है जब महिला अपने गांव से पांच वर्षीय बेटी के साथ सदर अस्पताल में कोविड सेंटर में भर्ती कोरोना पॉजेटिव ससुर राधाकृष्ण पांडे को देखने जा रही थी।
जीआरपी थानाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह के अनुसार रेलवे प्लेटफार्म से 500 मीटर दूर अप लाइन पर मालगाड़ी ट्रेन की जद में आने से मां-बेटी की मौत हुई है। रेल से कटी महिला की पहचान समरडीहा गांव निवासी शिक्षक 26 वर्षीय प्रियंका पांडे व उसकी 5 वर्षीय बेटी प्रज्ञा पांडे के रुप में हुई है।
बताया जाता है कि मृतका पेशे से सरकारी शिक्षक थी जो अपने मायका करगहर थाना क्षेत्र के शहर बाकसड़ा गांव में पदस्थापित थी। सूत्रों के अनुसार ट्रने की चपेट में आने से आई महिला की बेटी गंभीर रुप से घायल होने के बाद स्थानीय लोगों ने इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई । मृतका के पति धनंजय पांडे भी पेशे से सरकारी शिक्षक है, जो उच्च विद्यालय खड़ारी में पदस्थापित है।
फिलहाल वह भी कोरोना पॉजेटिव होने के कारण होम आइसोलेटे हैं। पुलिस दोनों शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद स्वजनों को सौंप दिया है। इस दुखद घटना की समाचार मिलने के बाद पूरे गांव के लोग शोकाकुल हो गए है।