सीएम नीतीश कुमार की सभा से पहले दारू पार्टी कर रहे थे अफसर, डीएम की रिपोर्ट पर हुए सस्पेंड
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समाज सुधार यात्रा से ठीक पहले 23 दिसंबर को सासाराम आए स्वास्थ्य विभाग के क्षेत्रीय अपर निदेशक डा. जनार्दन प्रसाद सुकुमार को डीएम की जांच रिपोर्ट के आधार पर विभाग ने निलंबित कर दिया है।
जागरण संवाददाता, सासाराम। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समाज सुधार यात्रा से ठीक पहले 23 दिसंबर को सासाराम आए स्वास्थ्य विभाग के आरडीडी यानी क्षेत्रीय अपर निदेशक (Regional Deputy Director) डा. जनार्दन प्रसाद सुकुमार को डीएम की जांच रिपोर्ट के आधार पर विभाग ने निलंबित कर दिया है। शराबबंदी कानून के अनुपालन में विफल सासाराम नगर थानाध्यक्ष कामाख्या नारायण सिंह को मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से कुछ घंटा पूर्व निलंबित किया गया था। बताया जाता है कि अपर निदेशक ने मुख्यमंत्री की यात्रा के दौरान कोविड गाइडलाइन का अनुपालन कराने व अन्य तैयारियों का जायजा लेने सासाराम आए थे। इसी क्रम में वे शहर एक बड़े निजी होटल में अपनी टीम के साथ ठहरे थे।
पुलिस को इस बात की गुप्त सूचना मिली थी कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी के साथ आए लोग होटल में कुछ गलत काम कर रहे है। सूचना के आधार पर पुलिस की ओर से की गई जांच के दौरान क्षेत्रीय अपर निदेशक के साथ आए कुछ अन्य लोग जो दूसरे कमरे में ठहरे हुए थे उनमें से एक शराब का सेवन किया हुआ पाया गया था। चर्चा है कि क्षेत्रीय अपर निदेशक को भी संदिग्ध स्थिति में पाया गया था, लेकिन वह जांच टीम को बिना सहयोग किए ही वह होटल से बाहर चले गए। इस मामले में नगर थाना पुलिस की भूमिका पर भी सवाल लोगों ने खड़ा किया। इस तरह की खबर चर्चा में आने के बाद इसकी जांच शुरू कराई गई।
सीएम नीतीश कुमार के सासाराम आगमन के महज कुछ घंटे पहले नगर थानाध्यक्ष कामख्या नारायण सिंह को निलंबित कर दिया गया। पूरी तरह से मामला प्रकाश में आने के बाद डीएम ने प्रभारी सीएस से इस मामले में रिपोर्ट तलब किया था। जानकारी के अनुसार इसके बाद डीएम नेे क्षेत्रीय अपर निदेशक के खिलाफ विभाग को रिपोर्ट भेज सरकार को उनके कृत्यों से अवगत कराया था। डीएम के रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव ने उनके निलंबन का आदेश जारी कर दिया है। लोगों का कहना है कि समाज सुधार यात्रा के दौरान सीएम जहां लोगों को शराब सेवन नहीं करने के लिए जागरूक कर रहे है, वहीं उनके कुछ कर्मचारी और अधिकारी द्वारा इसकी धज्जियां उड़ाने में लगे हैं। अपर निदेशक के कारनामें फिलहाल शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है