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अब एक कॉल पर उठेगा कचरा; सेवा बिल्‍कुल फ्री, डेहरी नगर परिषद ने की एक अच्‍छी पहल, जानें कैसे मिलेगा लाभ

नगर परिषद उेहरी डालमियानगर द्वारा तत्काल कूड़ा उठाव के लिए स्वच्छता एंबुलेंस नामक गाड़ी की व्यवस्था की गई है। आम नागरिक 9472143200 नंबर पर कॉल कर तत्काल कूड़ा उठाव के लिए सात बजे से दोपहर 12 बजे तक सूचना दे सकते हैं।

By Prashant KumarEdited By: Published: Tue, 29 Jun 2021 12:06 PM (IST)Updated: Tue, 29 Jun 2021 12:06 PM (IST)
अब एक कॉल पर उठेगा कचरा; सेवा बिल्‍कुल फ्री, डेहरी नगर परिषद ने की एक अच्‍छी पहल, जानें कैसे मिलेगा लाभ
नगर परिषद उेहरी डालमियानगर द्वारा कूड़ा उठाने के लिए तैयार की गई स्‍वच्‍छता एंबुलेंस। जागरण।

संवाद सहयोगी, डेहरी ऑन सोन (सासाराम)। अगर आपके दरवाजे पर कचरा जमा है तो आप नगर परिषद द्वारा निर्धारित मोबाइल नंबर पर कॉल करें। तत्काल कचरा उठाव वाहन हाजिर होगा।ऐसी व्यवस्था नगर परिषद डेहरी डालमियानगर द्वारा की गई है।

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नगर परिषद डिहरी डालमियानगर द्वारा तत्काल कूड़ा उठाव के लिए स्वच्छता एंबुलेंस नामक गाड़ी की व्यवस्था की गई है। नगर परिषद क्षेत्र में कहीं भी कूड़ा का उठाव नहीं हुआ हो तो आम नागरिक इस 9472143200 नंबर पर कॉल कर तत्काल कूड़ा उठाव के लिए सात बजे से दोपहर 12 बजे तक सूचना दे सकते हैं।

बताते चले की नगर परिषद डेहरी डालमियानगर को गत वर्ष केंद्रीय स्वक्षता सर्वेक्षण में राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था।नप की मुख्य पार्षद विशाखा सिंह कहती है की इस वर्ष भी इसे बरकरार रखते हुए पूरे देश में स्थान प्राप्त करने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। इसी के लिए नगर परिषद क्षेत्र में स्वच्छता एंबुलेंस की शुरुआत की गई है, जिससे अपना नगर पूरी तरह स्वच्छ रहे।

गौरतलब है कि पटना समेत अन्‍य शहरों के नगर निकायों में डोर टू डोर कचरा उठाने की व्‍यवस्‍था है। पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) के अधीन आने वाले इलाकों में सुबह 5 से 7 बजे के बीच कचरा उठाने वाली वैन घर-घर तक जाती है। पार‍दर्शिता बनाए रखने के लिए उपभोक्‍ताओं के घर के दरवाजे पर बार कोड दिया गया है। सफाईकर्मी जहां से कचरा उठाते हैं, उस घर के बाहर लगे बार कोड को मोबाइल से स्‍कैन करते हैं। इससे पता चल जाता है कि उस घर से कचरे का उठाव हुआ है और गृहस्‍वामी शुल्‍क अदा करेगा।

कुछ ऐसी ही स्थिति दूसरे निकायों की है। प्रयोग के रूप से राज्‍यभर के निकाय बेहतर करने में लगे हैं, ताकि स्‍वच्‍छता सर्वेक्षण में उनका शहर टॉप पर रहे। साथ ही उनके शहर को भी स्‍मार्ट बनाने की परियोजना बनाई जा सके। वहीं, दूसरी तरह स्‍मार्ट सिटी परियोजना की हालत खस्‍ता है।


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