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गया में मच्‍छर से डरने की जरूरत नहीं, तमिलनाडु की यह मच्‍छरदानी लगाइए और साेइए चैन की नींद, जानिए खासियत

राष्ट्रीय मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम के तहत बांके बाजार और डुमरिया प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीणों के बीच मेडिकेटेड मच्छरदानी का वितरण किया जाएगा। इस मच्‍छरदानी को तमिलनाडु से मंगवाया गया है। इसका प्रभावित क्षेत्र में निश्‍शुल्‍क वितरण किया जाना है।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Wed, 06 Jan 2021 08:32 AM (IST)Updated: Wed, 06 Jan 2021 10:51 AM (IST)
गया में मच्‍छर से डरने की जरूरत नहीं, तमिलनाडु की यह मच्‍छरदानी लगाइए और साेइए चैन की नींद, जानिए खासियत
वितरण के लिए लाई गई मछरदानी। जागरण

विनय कुमार पांडेय, गया। राष्ट्रीय मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम (National Malaria Control Programe) के तहत नए साल में बांके बाजार और डुमरिया प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीणों के बीच मेडिकेटेड मच्छरदानी (Medicated Mosquito net) का वितरण किया जाएगा। यह मुफ्त दिया जाएगा। पिछले साल फतेहपुर प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में इस विशेष दवा युक्त मच्छरदानी का वितरण किया गया था।

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एक वर्ष तक मच्‍छर पास नहीं फटकते, संपर्क में आते ही हो जाती है मौत

इस मच्छरदानी की खासियत यह होती है कि इसमें लगी हुई विशेष दवा एक साल तक कारगर होती है। मच्छरदानी के नजदीक आते ही मलेरिया व दूसरे खतरनाक मच्छर पल भर में मर जाते हैं। यह मच्छरदानी  आम लोगों के लिए पूरी तरह सुरक्षित  होता है। इसे पानी में धोया भी जा सकता है। इस तरह से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को मच्छर जनित बीमारियों से बचाव होता है। 

सात सदस्‍य वाले परिवार के लिए दो मच्‍छरदानी मुफ्त

जिला मलेरिया नियंत्रण पदाधिकारी डॉक्टर एम. ई. हक ने कहा कि बांके बाजार और डुमरिया में वितरण कराने के लिए 15 हजार 500 मच्छरदानी गया जिले को फिलहाल उपलब्ध करा दिए गए हैं। यह मच्छरदानी तमिलनाडु से भेजे गए हैं। इन दोनों ही प्रखंडों के स्वास्थ्य उपकेंद्र से जुड़े करीब 10 गांव में मच्छरदानी का वितरण किया जाना है। इसके लिए गांव की सूची तैयार कर ली गई है। उन्होंने बताया कि सात सदस्य वाले परिवार पर दो मच्छरदानी और इससे अधिक परिवार रहने पर तीन मच्छरदानी मुफ्त में दिया जाएगा। गौरतलब है कि गया मलेरिया प्रभावित क्षेत्र में आता है। यहां हर साल मलेरिया से निजात पाने के लिए विभागीय कार्यक्रम चलाया जाते हैं।

शहर में शाम ढलते ही काटने लगते हैं मच्छर

गया शहर में मच्‍छरों का प्रकोप काफी बढ़ गया है। शाम ढलते ही मच्छर लोगों को काटने लगते हैं। शहर के लोग मच्छरों से बचने के लिए मॉस्क्‍यूटो क्वायल, अगरबत्ती का इस्‍तेमाल कर रहे हैं।  नगर निगम में समय-समय पर मच्छरों से निजात दिलाने के लिए फागिंग कराने का प्रावधान है। लेकिन यह हो नहीं रहा।  इधर गंदगी भी मच्छरों के पनपने का कारण बन रही है। शहर के प्रबुद्धजनों ने नगर निगम से जगह- जगह ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराने की मांग की है। लोगों से भी यत्र तत्र गंदगी नहीं फेंकने की अपील की गई है। लोग कूड़ेदान में ही कचरा डालें।


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