शराबबंदी पर CM नीतीश के कैबिनेट मंत्री का बड़ा बयान, कहा- बिहार में पूरी तरह नहीं हुई सफल
बिहार में शराबबंदी की विफलता पर विपक्षी पार्टियों के साथ राज्य सरकार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंत्री मुकेश सहनी ने भी सुर मिलाया है। उन्होंने कहा है कि बिहार में शराबंदी पूरी तरह सफल नहीं हुई है। इसके लिए आम लोगों को सहयोग करना होगा।
जासं, गया। बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban) पर विपक्ष अक्सर सवाल खड़े करता है। विपक्षी पार्टियां (Opposition Parties) इसे असफल बताती रही हैं। उनका कहना है कि शराबबंदी के नाम पर गरीबों पर जुल्म किया जा रहा है। अब राज्य सरकार के पशुपालन एवं मत्स्यपालन मंत्री वीआइपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) ने भी बड़ा बयान दे दिया है। शराबबंदी की सफलता पर उन्होंने सवाल खड़े कर दिए हें। उन्होंने कहा है कि शराबबंदी पूरी तरह सफल नहीं हुई है। मंत्री शनिवार को गया में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह सीएम नीतीश कुमार का ड्रिम प्रोजेक्ट है। इस कारण सात हजार करोड़ के नुकसान के बावजूद भी यह लागू है। आम जनता को जागरूक होने की जरूरत है। वे सहयोग करेंगे तब ही यह कानून पूरी तरह से सफल हो पाएगा।
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी कर चुके हैं मांग
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री (Ex Chief Minister) और हम के अध्यक्ष जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के सुर भी शराबबंदी कानून को लेकर बदलते रहे हैं। महागठबंधन में जब वे शामिल थे तब इसमें संशोधन की मांग की थी। एनडीए में आए तो शराब मामले में जेलों में बंद लोगों के परिवार की भुखमरी की दुहाई दी। इधर उनके पुत्र व बिहार सरकार के मंत्री संतोष कुमार सुमन ने कहा कि शराबबंदी पूरी तरह सफल है। राज्य और समाज के हित में शराबबंदी बहुत जरूरी है।
कांग्रेस नेता ने कहा था-मकसद में सफल नहीं हुआ कानून
मालूम हो कि कांग्रेस शराब बंदी कानून की आलोचना करती रही है। कांग्रेस के नेता अजित शर्मा ने तो बकायदा इकसे लिए मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा था। उनका कहना था कि जिस समय शराबबंदी लागू हुई थी उस समय कांग्रेस ने भी इसका समर्थन किया था। लेकिन अब लगता है कि यह अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सका। अजित शर्मा ने कहा कि बिहार में शराब के धंधे की नई अर्थव्यवस्था बन रही है। हालांकि पार्टी में ही उनका विरोध भी हुआ था।
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