ना ऑर्डर और ना टेंडर, परोसे जा रहे जवानों को भोजन
पेज-3 फोटो-जेपीजी में -वरीय पुलिस अधीक्षक कार्यालय से निकाला गया टेंडर आज तक उलझा है कागजी प्रक्रिया में -------- गंभीर -पितृपक्ष मेले में तैनात 2000 जवानों के स्वास्थ्य का सवाल -जांच करने वाले न तो अधिकृत हैं और न ही फूड के जानकार -----------
नीरज कुमार, गया
नियमों को दरकिनार कर पितृपक्ष मेले में तैनात 2000 जवानों को भोजन की आपूर्ति की जा रही है। आपूर्तिकर्ता को कोई विभागीय ऑर्डर तक नहीं मिला। हालांकि, वरीय पुलिस अधीक्षक कार्यालय से टेंडर निकाला गया था, लेकिन आज तक कागजी प्रक्रिया में उलझा हुआ है। इस बीच गया पुलिस लाइन के अधिकारी ने पुराने कैटरर को खाने की आपूर्ति करने के मौखिक आदेश दे दिए।
नाम के लिए जांच : गया कॉलेज परिसर, पुलिस लाइन सहित सात स्थानों पर जवानों के लिए भोजन तैयार किए जा रहे हैं। यहां तैयार होने वाले भोजन की गुणवत्ता जांच करने के लिए पुलिस विभाग में कोई अधिकारी नहीं है। बिना जांच-पड़ताल के जवानों को भोजन परोसे जा रहे हैं, जिससे अनहोनी की आशंका बनी रहती है। दोनों केंद्रों पर स्थानीय तेल ब्रांड का उपयोग किया जा रहा है। इससे जवानों को परेशानी हो रही है।
पूछने पर पुलिस लाइन के एक अधिकारी ने बताया कि पितृपक्ष मेला के दौरान तैयार भोजन जांच करने के लिए प्रशिक्षु आइपीएस सहित कई वरीय अधिकारी जाते हैं। लेकिन वे न तो अधिकृत हैं और न ही उन्हें फूड के बारे में कोई विशेष जानकारी है। ऐसे में केवल कोरम पूरा किया जा रहा है।
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निर्धारित स्थल पर
भोजन कामैन्यू नहीं
जवानों के लिए जिन स्थानों पर भोजन तैयार किया जाता है वहां पर मेन्यू का कोई डिस्प्ले बोर्ड नहीं है। इसका प्रतिफल है कि भोजन आपूर्तिकर्ता अपने मन मुताबिक खाना परोस रहे हैं। ऐसे में निर्धारित मापदंड के अनुसार जवानों को भोजन नहीं दिया जा रहा है। मेन्यू डिस्प्ले किया जाता तो जवानों को जानकारी रहती। परंतु ऐसा नहीं किया गया है। इसकी भी जांच पड़ताल की जरूरत है।
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नियमों की अनदेखी
पुलिस विभाग ने निविदा निकाली। आवेदन जाम करने के लिए 26 अगस्त 19 निर्धारित की गई। निविदा के साथ आपूर्तिकर्ता से तीन लाख रुपये का डीडी जमा लिया गया। इसमें पांच कैटरर शामिल हुए। क्रय समिति में एसएसपी राजीव मिश्रा, सिटी एसपी मंजीत, सार्जेट मेजर जीपी पवन कुमार, पुलिस लाइन डीएसपी सहित पांच सदस्य थे। दो निविदादाताओं को तकनीकी कारणों से रद किया गया। तीन निविदादाताओं में सबसे कम आदित्य टेंट हाउस ने प्रत्येक थाली के लिए 115.75 रुपये पर सहमति दी। इस फर्म द्वारा निविदा डाली गई तो जीएसटी नंबर नहीं था। फिर भी क्रय समिति के कुछ अधिकारी की मदद से स्वीकृति प्रदान कर दी गई। दूसरे नंबर पर परमार कैटरर एंड टेंट ने प्रति थाली 117 रुपये पर सहमति दी थी। तीसरे नंबर पर पटना के राजू कैटर ने 133 रुपये प्रति थाली दर का निर्धारण किया। अधिक राशि निर्धारित करने वाले राजू कैटरर को फिलहाल मेले में आए जवानों के लिए खाना बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। जानकार बताते हैं, क्रय समिति में कोई तकनीकि पदाधिकारी नहीं है। जीएसटी, आइटी, लेबर प्रमाण पत्र जांच करने के लिए क्रय समिति में एक अधिकारी सदस्य होना चाहिए।
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क्या है मेन्यू
रोटी/पुरी-10 पीस
सादा राइस-400 ग्राम
दाल- चना/ मसूर/ अरहर-100 ग्राम
सब्जी, पापड़, आचार
मीठा- 1 पीस (रसगुल्ला/गुलाब जामुन)
सलाद