Nawada Weather Forecast: पिछले दो नक्षत्र में नहीं हुई बारिश, अब उतरा से आस
मघा के घघा व पूर्वा के टाटी से निराश किसानों को अब उतरा (काना) से आस लगाए हैं। मंगलवार 14 सितंबर को उतरा नक्षत्र के प्रवेश के साथ बूंदाबांदी का दौर आरंभ हुआ तो किसानों के बीच आशा का संचार हुआ।
नवादा, संवाद सूत्र। मघा के घघा व पूर्वा के टाटी से निराश किसानों को अब उतरा (काना) से आस लगाए हैं। मंगलवार (14 सितंबर) को उतरा नक्षत्र के प्रवेश के साथ बूंदाबांदी का दौर आरंभ हुआ तो किसानों के बीच आशा का संचार हुआ। इस वर्ष मघा व पूर्वा नक्षत्रों ने किसानों को पूरा निराश किया, बावजूद किसान किसी तरह अबतक धान को मरने से बचाने में सफल रहे हैं।
कृषि पंडित घाघ ने कहा था- 'मघा चलावे घघा, पूर्वा लगावे टाटी, कहे काना अभी हम हियौ बाकी। लेकिन इस वर्ष मघा व पूर्वा बारिश के लिए नहीं, बल्कि खेतों में दरार के लिये जाना जाएगा। ऐसे में अब किसानों को उतरा नक्षत्र से आस है।
समय पूर्व बारिश से किसान थे परेशान
कहते हैं पूत के पांव पालने में देखे जाते हैं। सो काना के प्रवेश के साथ आगाज अच्छा हुआ है। इस वर्ष समय के पूर्व बारिश होने से किसान पहले से परेशान थे। समय पर खेतों में धान के बिचड़े नहीं डाले जा सके। ऐसे में धान की रोपनी में विलंब हुआ। धान की रोपनी हुई तो कुछ दिनों बाद खाद व पानी की समस्या आ खड़ी हुई। बावजूद मेहनत व पूंजी के बल पर किसानों ने धान को बचाकर रखा है।
उतरा नक्षत्र ने दिलाई आस
उतरा नक्षत्र के प्रवेश के साथ बूंदाबांदी का दौर आरंभ हुआ। तीखी की धूप के स्थान पर पूर्वा हवा के झोंके ने किसानों को राहत प्रदान किया। इससे किसानों की बूझती आंखों में चमक पैदा हुई। ऐसे में अब किसानों को उतरा नक्षत्र से आस है। प्रवेश के साथ आगाज अच्छा है। जिले की खेती बर्षा पर आधारित है । बारिश हुई तो पैदावार अच्छा होगा,अन्यथा श्रम व पूंजी दोनों का डूबना तय होता है।
उधर, मौसम विज्ञानियों ने भी उम्मीद जताई है पटना, गया, सासाराम सहित कई जिलों में अगले दो-तीन दिनों तक झमाझम बारिश होगी। पटना , गया सहित कई स्थानों पर पिछले 24 घंटे से अच्छी बारिश हो रही है। यह ओडिसा में आए चक्रवात का असर है।