बिहार-यूपी की सीमा से वाहन चाेरों को दबोचने गई नवादा पुलिस टीम हुई सड़क दुर्घटना का शिकार
दुर्घटना होने पर बोलेरो पर हाइटेंशन तार गिर गया। आपस में कई तार टकराने से शाट लग गया। यह तो गनीमत थी कि शाट लगने के बाद बिजली गुल गई अन्यथा बड़ी अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता था।
संवाद सहयोगी, नवादा। अंतरजिला वाहन चोरों को पकड़ने गई पुलिस टीम दुर्घटना में जख्मी हो गई। बिहार-यूपी की सीमा पर सारण जिले के मांझी थाना क्षेत्र में बुधवार की रात यह हादसा हुआ। बोलेरो दुर्घटनाग्रस्त होने से उसपर सवार अकबरपुर थानाध्यक्ष अजय कुमार, डीआइयू प्रभारी राजीव कुमार समेत अन्य पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। इस घटना में पुलिस पदाधिकारी बाल-बाल बच गए। दुर्घटना होने पर बोलेरो पर हाइटेंशन तार गिर गया। आपस में कई तार टकराने से शाट लग गया। यह तो गनीमत थी कि शाट लगने के बाद बिजली गुल गई, अन्यथा बड़ी अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता था। वैसे घायल पुलिस पदाधिकारी खतरे से बाहर बताए गए हैं और सभी सुरक्षित नवादा लौट रहे हैं।
वाहन चोरों को पकड़ने को गठित की गई एसआइटी
तीन दिनों पूर्व नवादा नगर थाना क्षेत्र में सद्भावना चौक के पास चोरी की एक अल्टो कार बरामद की गई थी। वाहन पर सवार तीन लोगों को पकड़ा गया था, जिसमें रोहतास जिले के नोखा का सुनील कुमार, पटना के शास्त्री नगर का मंगल पासवान उर्फ पिंकू और नालंदा जिले के घोषी का संतोष पांडेय शामिल है। कड़ी पूछताछ में तीनों ने वाहन चोरी में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए अपने साथियों के नामों को उजागर किया था। जिसके बाद एसपी डीएस सावलाराम ने अन्य अपराधियों को पकड़ने के लिए एसआइटी गठित की थी। इस टीम में वारिसलीगंज सर्किल इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार, मुफस्सिल थानाध्यक्ष लालबिहारी पासवान, अकबरपुर थानाध्यक्ष अजय कुमार, शाहपुर ओपी प्रभारी राजेश कुमार, डीआइयू प्रभारी राजीव कुमार अन्य शामिल हैं।
सिवान, पटना, छपरा से पकड़े गए सात अपराधी
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, विशेष टीम ने सिवान, पटना, छपरा में छापेमारी करते हुए अंतरजिला वाहन चोर गिरोह के सात साथियों को गिरफ्तार कर ली है। इस दौरान चोरी की एक बोलेरो भी बाइक बरामद की गई। अपराधियों को पकड़ कर नवादा लाने के दौरान सारण जिले के मांझी थाना क्षेत्र में बोलेराे दुर्घटनाग्रस्त हो गई। जो गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई, उसपर अकबरपुर थानाध्यक्ष और डीआइयू प्रभारी सवार थे। अन्य पुलिस पदाधिकारी व अपराधी दूसरी अन्य वाहनों पर सवार थे।