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एंट्री माफिया को गिरफ्तार करने में नवादा पुलिस नाकाम, धंधेबाजों को बचाने में सफेदपोश सक्रिय

खनिज विभाग की टीम पर हमले का मुख्य आरोपित अरुण मुखिया को गिरफ्तार करने में पुलिस अबतक नाकाम है। तीन दिनों बाद भी पुलिस को सफलता नहीं मिल सकी है। हालांकि गिरफ्तारी को लेकर लगातार दबिश दी जा रही है।

By Prashant KumarEdited By: Published: Wed, 08 Dec 2021 05:19 PM (IST)Updated: Wed, 08 Dec 2021 05:19 PM (IST)
एंट्री माफिया को गिरफ्तार करने में नवादा पुलिस नाकाम, धंधेबाजों को बचाने में सफेदपोश सक्रिय
अवैध तरीके से ट्रकों की एंट्री कराने वाले गिरफ्त से बाहर। सांकेतिक तस्‍वीर।

संवाद सहयोगी, नवादा। खनिज विभाग की टीम पर हमले का मुख्य आरोपित अरुण मुखिया को गिरफ्तार करने में पुलिस अबतक नाकाम है। तीन दिनों बाद भी पुलिस को सफलता नहीं मिल सकी है। हालांकि गिरफ्तारी को लेकर लगातार दबिश दी जा रही है। इस मामले में एंट्री माफिया के भाई धर्मेंद्र समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। लेकिन मुख्य आरोपित पुलिस की पकड़ से बाहर है। सूत्र बता रहे हैं कि माफिया को बचाने के लिए कई सफेदपोश सक्रिय हो गए हैं। गौरतलब है कि गत रविवार को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के खराट मोड़ पर खनिज विभाग की टीम ने गिट्टी लदे पांच ट्रकों को जब्त किया था।

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डिप्टी कलेक्टर सह प्रभारी खनिज विकास पदाधिकारी विश्वजीत कुमार के नेतृत्व में कार्रवाई की गई थी। ट्रकों को थाना भेजने के क्रम में टीम पर हमला किया गया था। जिसमें डिप्टी कलेक्टर के गाड़ी का ड्राइवर जख्मी हो गया था। इस मामले में मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। डिप्टी कलेक्टर ने एंट्री माफिया अरुण समेत अन्य लोगों को नामजद आरोपित किया था। टीम पर हमला होने की खबर मिलते ही प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया था। जिसके बाद एसपी के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया गया था। टीम ने ताबड़तोड़ छापेमारी करते हुए एंट्री माफिया के भाई समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था। लेकिन एंट्री माफिया पुलिस की पकड़ से दूर है।

खातों को सीज करने की चल रही तैयारी

गिरफ्तारी में नाकाम पुलिस एंट्री माफिया पर दबिश बना रही है। मिल रही जानकारी के अनुसार, उसकी चल-अचल संपत्ति समेत विभिन्न बैंक खातों के बारे में जानकारी इकट्ठा की जा रही है। ताकि उसे जब्त किया जा सके। बैंक खातों को सीज करने की तैयारी चल रही है। बता दें कि कुछ महीने पहले रजौली थाना में भी एंट्री माफिया के खिलाफ जब्त गिट्टी लदे वाहन को भगाने के आरोप में उसे गिरफ्तार किया गया था। उस वक्त भी पुलिस ने पांच बैंक खातों को फ्रीज किया गया था। लेकिन अब हमले का आरोप लगने के बाद पुलिस सख्त रूख अख्तियार करने के मूड में दिख रही है। मुख्य आरोपित पर शिकंजा कसने को पुलिस आर्थिक अपराध इकाई की मदद ले सकती है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अवैध तरीके से अर्जित करोड़ों की संपत्ति का पता चला है। इनमें मकान, फ्लैट, भूखंड आदि शामिल हैं।

गिरोह का हो सकता है पर्दाफाश

पुलिस सूत्रों के मुताबिक मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के लिए दूसरे जिलों में भी छापेमारी की जा रही है। सभी संभावित ठिकानों पर तलाश जारी है। अत्याधुनिक जांच का सहारा लिया जा रहा है। लेकिन अभी तक कुछ खास हाथ नहीं लग सका है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस कबतक उसे गिरफ्तार करती है। कहा जा रहा है कि मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के बाद उसके गुर्गों का पर्दाफाश हो सकता है। कई लोगों के नाम सामने आ सकते हैं। बता दें कि जिले में अवैध तरीके से वाहनों की एंट्री का खेल जारी है। शुद्ध लाभ के फेर में अधिकारी कार्रवाई करने से कतराते हैं।


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