Move to Jagran APP

Nawada Crime: वर्चस्व का परिणाम है डबल मर्डर कांड, बेनीपुर के जंगल से बरामद हुआ दोनों का शव

रूपौ ओपी क्षेत्र के बेनीपुर जंगल से दो लोगों का शव बरामद होने के बाद लोगों में आक्रोश व्याप्त है। गुरुवार की रात बेनीपुर के अशोक राजवंशी और भीखमपुर बच्चू राजवंशी का शव मिला। उन दोनों के शरीर पर धारदार हथियार से हमले के निशान मिले हैं।

By Prashant KumarEdited By: Published: Fri, 04 Dec 2020 10:43 AM (IST)Updated: Fri, 04 Dec 2020 10:43 AM (IST)
Nawada Crime: वर्चस्व का परिणाम है डबल मर्डर कांड, बेनीपुर के जंगल से बरामद हुआ दोनों का शव
नवादा में डबल मर्डर का अब तक नहीं हुआ पर्दाफाश। जागरण आर्काइव।

नवादा, जेएनएन। रूपौ ओपी क्षेत्र के बेनीपुर जंगल से दो लोगों का शव बरामद होने के बाद लोगों में आक्रोश व्याप्त है। गुरुवार की रात बेनीपुर के अशोक राजवंशी और भीखमपुर बच्चू राजवंशी का शव मिला। उन दोनों के शरीर पर धारदार हथियार से हमले के निशान मिले हैं। दोनों की हत्या के बाद ग्रामीण काफी आक्रोशित हैं। घटना को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है। कहा जा रहा है कि यह दो गिरोह के बीच वर्चस्व की लड़ाई में दोनों की जान गई है। ग्रामीण बताते हैं कि इलाके में चंदन यादव और रविंद्र यादव का गैंग है। फिलहाल चंदन जेल में बंद है और रविंद्र यादव अपना वर्चस्व कायम करना चाहता है। दोनों गिरोह के प्रमुख आपस में चचेरे भाई हैं।

loksabha election banner

2009 से बेनीपुर में चल रहा खूनी खेल, अबतक आठ की हुई हत्या

वर्ष 2009 से बेनीपुर में खूनी खेल चल रहा है। अबतक आठ लोगों की हत्या हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक वर्ष 2009 में चंदन यादव के पिता भागीरथ यादव की हत्या कर दी गई थी। जिसके प्रतिशोध में वर्ष 2010 में प्रतिद्वंद्वी अरुण कुमार कौशिक शिक्षक की हत्या हुई थी। जिसके बाद सुलह-समझौता का दौर शुरू हो गया है। चंदन के चाचा भोला, रामाशीष व प्रह्लाद ने प्रतिद्वंद्वी परिवार से सुलह कर लिया। लेकिन चंदन को यह स्वीकार नहीं था। फिर धीरे-धीरे संघर्ष बढ़ता चला गया। वर्ष 2014 में प्रतिद्वंद्वी अरुण के खेत में काम करने वाले राजो मांझी की हत्या कर शव गायब कर दिया गया। वर्ष 2016 चंदन का चाचा रामाशीष से झगड़ा और फायरिंग की बात सामने आई। फिर 2017 में रविंद्र यादव पर फायरिंग की गई। 2018 में अरुण के चचेरे भाई बबलू यादव की हत्या कर दी गई। 2018 में ही चांदो यादव और नरेश यादव की हत्या हुई।

दो दिन पहले भी बेनीपुर जंगल में हुई थी गोलीबारी

दो दिन पहले बुधवार को भी बेनीपुर जंगल में गोलीबारी हुई थी। जिसके बाद से लोगों में दहशत व्याप्त था। उसी दिन से गांव के दोनों लोग गायब थे। जिसके बाद परिवार वाले सहमे हुए थे। गुरुवार की देर शाम दोनों का शव जंगल में होने की सूचना मिली। जिसके बाद पुलिस ने वहां पर पहुंच कर शव बरामद किया।

मामले की छानबीन में जुटी पुलिस

दोनों का शव बरामद होने के बाद पुलिस मामले की तहकीकात में जुट गई है। फिलहाल पुलिस कुछ भी स्पष्ट नहीं बता पा रही है। प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई जा सकी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.