Matric Exam 2021: इस बार दो खंड में पूछे जाएंगे गणित के सवाल, वस्तुनिष्ठ में 50 के देने होंगे जवाब
कोरोना को ध्यान में रखकर इस बार मैट्रिक की परीक्षा के प्रश्नों का स्वरूप बदला रहेगा। खासकर गणित विषय के प्रश्नपत्र दो खंडों में रहेंगे। इसमें वस्तुनिष्ठ एक सौ प्रश्नों में से 50 के उत्तर परीक्षार्थियों को देने होंगे।
जागरण संवाददाता, गया। बिहार बोर्ड ने कोविड लॉकडाउन के कारण स्कूलों के बंद रहने से बाधित हुई पढ़ाई के मद्देनजर 2021 की मैट्रिक एवं इंटर परीक्षा के प्रश्न पत्रों के पैटर्न में बदलाव किया है। इससे छात्रों को सुविधा होगी। जिला प्लस टू स्कूल में गणित के शिक्षक सह संयोजक मिशन गुणवत्ता शिक्षा समिति, बिहार मैथमेटिकल सोसाइटी गया के प्रमोद कुमार बताते हैं कि मैट्रिक परीक्षा में गणित विषय में प्रश्न पत्र दो खंडों अ और ब में विभक्त होगा। खंड अ में एक-एक अंक के कुल 100 वस्तुनिष्ठ प्रश्न होंगे। इनमें से 50 का ही उत्तर देना होगा। यदि किसी परीक्षार्थी ने 50 से अधिक प्रश्नों के उत्तर दे दिए तब भी प्रथम 50 उत्तरों का ही मूल्यांकन कंप्यूटर करेगा।
ओएमआर शीट पर रंगना होगा गोल घेरा
प्रत्येक उत्तर के लिए एक अंक निर्धारित किए जाएंगे। वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के उत्तर देने के लिए विद्यार्थियों को ओएमआर शीट (उत्तर पत्रक) उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें बने गोलाकार वृत में से सही उत्तर वाले वृत्त को काले या नीले बॉल पेन से रंगना होगा। वृत को रंगने से पहले परीक्षार्थी आश्वस्त हो लेंगे की इसी गोले को रंगना है। क्योंकि गलत होने पर उसे सुधारने का कोई उपाय नहीं होगा। व्हाइटनर, ब्लेड, नाखून आदि का उपयोग करना सख्त मना होगा।
खण्ड ब में 30 में से 15 प्रश्नों के ही देने हैं जवाब
सह संयोजक ने बताया कि खंड ब में दो-दो अंक के कुल 30 लघु उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे। उनमें से 15 का ही उत्तर देना होगा। इसके अतिरिक्त खंड ब में ही 5 - 5 अंक के कुल आठ दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें से चार का ही उत्तर देना होगा। इस प्रकार गणित में कुल 138 प्रश्न पूछे जाएंगे जिनमें से 69 का हीं उत्तर देना होगा। गणित के इन सारे सवालों के जवाब देने के लिए 3 घण्टा 15 मिनट निर्धारित है। 15 मिनट प्रश्न पत्र को पढ़ने के लिए होता है ।
प्रमोद कुमार बताते हैं कि बिहार बोर्ड द्वारा मैट्रिक परीक्षा में गणित के विभिन्न पाठों से पूछे जाने वाले प्रश्नों का अंक इस प्रकार निर्धारित होता है। अमूमन संख्या पद्धति से 10 अंक, बीजगणित से 20 अंक, ज्यामिति से 20 अंक, त्रिकोणमिति से 20 अंक, नियामक ज्यामिति से 10 अंक, क्षेत्रमिति से 10 अंक, तथा सांख्यिकी एवं प्रायिकता से 10 अंक के प्रश्न पूछे जाते हैं।