रोहतास में माले कार्यकर्ताओं ने किया अनुमंडल कार्यालय का घेराव, मुख्य द्वार कराया बंद
भाकपा माले कार्यकर्ताओ ने मंगलवार को काराकाट विधानसभा क्षेत्र के विधायक अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व मे अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय का घेराव किया। अनुमंडल पदाधिकारी के खिलाफ़ नारेबाजी कर पत्र सौंपा। अनुमंडल के मुख्य द्वार को बंद कराया गया।
संवाद सहयोगी डेहरी ऑन सोन (रोहतास)। भाकपा माले कार्यकर्ताओ ने मंगलवार को काराकाट विधानसभा क्षेत्र के विधायक अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व मे अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय का घेराव किया। अनुमंडल पदाधिकारी के खिलाफ़ नारेबाजी कर पत्र सौंपा। सुरक्षा के दृष्टि से अनुमंडल के मुख्य द्वार को बंद कराया गया। जिसे लेकर माले कार्यकर्ता आग बबूला हो गए और नारेबाजी करने लगे। कार्यकर्ताओ को संबोधित करते हुए विधायक ने कहा की कार्यालय मे भर्ष्टाचार व्याप्त है। अधिकारी बालू की अबैध खनन कराने में सहयोगी हैं। जल जीवन हरियाली के नाम पर गरीबों को बेघर किया जा रहा है। लाल बंगला के निकट भूमि पर गरीब 60 वर्षों से निवास करते आ रहे हैं, परन्तु उन्हें जबरन हटाया जा रहा है। कई गरीबों का नाम राशन कार्ड से गायब कर दिया गया है। किसान बिल लाकर सरकार किसानों को बेमौत मारने पर उतारू हैं।
इंदिरा आवास योजना में एक अवास पर बीस हजार रुपये रिश्वत ली जा रही है। मजदूरों का निबंधन नहीं किया जा रहा। सरकार के आदेश के बाद भी उन्हें अवास के लिए तीन डीस्मिल भूमि नहीं दी जा रही है। पेंशनधारियों की बकाया राशि का भुगतान नहीं हो पा रहा। विधायक के साथ कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय चून्ना भट्ठा से निकलकर कैनाल रोड डेहरी बाजार एनीकट रोड होते हुए अनुमंडल कार्यालय पहुंचे और वहां घेराव किया। रास्ते में माले कार्यकर्ताओं ने प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। भाकपा माले अंचल सचिव का अशोक सिंह ने कहा कि अनुमंडल कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार चरम पर है। अगर भ्रष्टाचार को नहीं रोका गया तो माले कार्यकर्ता आंदोलन को और धार दार बनाएंगे। चाहे प्रशासन उनके खिलाफ कुछ भी करे। जनता की आवाज के लिए वह पीछे नहीं हटेंगे। पार्टी कार्यकर्ताओं ने अनुमंडल पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह को पत्र दे अपनी मांग रखी। अनुमंडल पदाधिकारी के आश्वासन के पश्चात प्रदर्शनकारी शांत हुए। प्रदर्शन करने वालों में कामता यादव, निजामुद्दीन अंसारी, रामकिशुन सिंह, विष्णु चंद्र सिंह, केके सिंह, बसंती देवी, बलदेव सिंह, राजेश गुप्ता, राम लखन मेहता, मुखिया ददन पासवान, सुदामा राम, जेपी यादव, संजोगा देवी सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।