Accident Averted: गया-पटना रेलखंड पर टला बड़ा हादसा, सर्दी के कारण देर रात चटक गई थी रेल पटरी
गया-पटना रेलखंड के गया जंक्शन पर सोमवार देर रात एक बड़ी घटना टल गई। ठंड के कारण रेल पटरी क्रैक कर जाने से हादसा हो सकता था। लेकिन ऐन वक्त पर इसका पता चल गया। एक घंटे में इसे दुरुस्त कर दिया गया।
जागरण संवाददाता,गया। रेल पटरियों के चटकने का क्रम सर्दियों के साथ ही शुरू हो गया है। सोमवार की देर रात 11.45 बजे गया जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर चार पर ट्रैक नंबर छह चटक (Crack) गई। लेकिन ऐन वक्त पर इसकी जानकारी हो गई। इस कारण बड़ा हादसा टल गया। इससे सभी ने राहत की सांस ली। करीब एक घंटे बाद पटरी को दुरुस्त कर दिया गया। इसके बाद गया-पटना खंड (Gaya-Patna Section) पर सावधानी से ट्रेनें चलाने की अनुमति दी गई।
कुछ देर पहले गुजरी थी स्टाफ स्पेशल ट्रेन
बताया जाता है कि कुछ देर पहले गया से पटना के लिए स्टाफ स्पेशल ट्रेन गुजरी थी। लेकिन उस दौरान पटरी चटकने की जानकारी नही मिली थी। पेट्रोमैन को अपनी ड्यूटी के क्रम पटरी पड़ नजर पड़ गई। तत्काल घटना की सूचना कंट्रोल और परिचालन विभाग को दी। आरआरआइ इंचार्ज ने सक्रियता दिखाते हुए पोर्टर को भेजा। तो देखा कि रेल ट्रैक लाल हो गया था। इसके बाद पीडब्ल्यूआई विभाग के अधिकारी और कर्मचारी चटकी पटरी को आनन-फानन में दुरुस्त करने में जुट गए
देर रात करीब 12: 45 बजे पटरी को कर्मचारियों ने किया दुरुस्त
रेलकर्मियों ने करीब 12: 45 बजे देर रात में पटरी को दुरुस्त कर ट्रेनों को काशन (Caution) पर 30 किमी की रफ्तार से चलाने के लिए परिचालन विभाग को सूचा दी गई। हालांकि, इस दौरान पीछे कोई ट्रेन नहीं होने से रेल परिचालन पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। हालांकि, सुरक्षा कारणों से रेल पटरियों की निगरानी की जा रही है। रेल पटरी चटकने की घटना सर्दी के मौसम में ज्यादातर होती है। रेलवे कर्मचारियों को सर्दियों को देखते हुए सतर्क कर दिया गया है।
इधर जिसे भी घटना की जानकारी मिली उसने ऊपरवाले का शुक्र जताया। उनका कहना था कि संयोगवश कोई ट्रेन नहीं गुजरी वरना बड़ा हादसा हो सकता था। लेकिन समय से सबकुछ पता चल गया।