मगध आयुक्त ने रजौली के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट एवं जांच-चौकी का लिया जायजा, अधिकारियों को दी हिदायत
नगर आयुक्त ने सर्वप्रथम भ्रमण के दौरान फुलवरिया जलाशय स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की पानी सृजन के स्त्रोत को लेकर जांच पड़ताल कर जानकारी हासिल की। उन्होंने इस दौरान भानेखाप जंगल की ओर जाने का भी निर्णय लिए लेकिन दूरी होने के कारण वहां जाना कैंसिल कर दिए।
संवाद सूत्र, रजौली (नवादा)। सोमवार को मगध आयुक्त मयंक बरबड़े ने जल-जीवन हरियाली को बढ़ावा देने के लिए रजौली का भ्रमण किया। वे इस दौरान वाटर ट्रीटमेंट प्लांट एवं अंतर्राज्यीय सीमा का भ्रमण कर जायजा लिया। इस दौरान नवादा डीएम यशपाल मीणा, एएसपी महेंद्र कुमार बसंत्री, एसडीओ चंद्रशेखर आजाद, डीएसपी संजय कुमार पाण्डेय व कार्यपालक अभियंता पीएचडी चंदेश्वर राम, कार्यपालक अभियंता सिंचाई विभाग विशंभर नाथ चतुर्वेदी, प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रेम सागर मिश्र, अंचलाधिकारी अनिल प्रसाद मौजूद रहे।
नगर आयुक्त ने सर्वप्रथम भ्रमण के दौरान फुलवरिया जलाशय स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की पानी सृजन के स्त्रोत को लेकर जांच पड़ताल कर जानकारी हासिल की। उन्होंने इस दौरान भानेखाप जंगल की ओर जाने का भी निर्णय लिए, लेकिन दूरी होने के कारण वहां जाना कैंसिल कर दिए। तत्पश्चात वे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के जल शोधक स्थल का निरीक्षण किया। जहां पर उन्होंने पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता एवं सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता से पानी संरक्षण एवं उसके टीडीएस की जांच तथा शुद्धता के बारे में बारीकी से जानकारी हासिल की। उन्होंने पानी का ऑजर्वेशन एवं प्रखंड क्षेत्र में बने टंकियों में भेजे जाने एवं सप्लाई के बारे में बारिकी से जानकारी ली।
अधिकारियों ने पूछताछ के दौरान उन्हें बताया कि इस वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के जरिए प्रखंड क्षेत्र के 10 पंचायतों के 90 गांव के लोगों को शुद्ध पानी दिया जा रहा है। इसके बाद वे बिहार-झारखंड के चितरकोली पंचायत अंतर्गत दिबौर स्थित अंतरराज्यीय सीमा का भ्रमण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने साथ रहेे अधिकारियों एवं जांच चौकी पर रहे अधिकारी को कहा की अंतर्राज्यीय सीमा से शराब की तस्करी एवं किसी प्रकार की मादक पदार्थों एवं अस्त्र शस्त्र की तस्करी की रोकथाम के लिए वाहनों की जांच में तेजी लाने के साथ आवश्यक दिशा निर्देश दिए। आयुक्त के आगमन के दौरान थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर दरबारी चौधरी, एएसआई गिरधारी साहनी, जेई बिजली विभाग भगीरथ प्रसाद झा एवं जिंदल कम्पनी के कर्मी मौजूद थे।