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बालू माफिया की लापरवाही से जा रही जानें, नासरीगंज में बुझ गए इन घरों के चिराग, कब टूटेगी प्रशासन की नींद

लोग गांव के पास नदी में बने बालू घाट को कोस रहे हैं। उनका कहना है कि बालू कारोबारियों की मनमानी एवं लापरवाही के कारण आए दिन मासूमों की जान सोन नदी में नहाने के दौरान जा रही है। बालू कारोबारी मानक को ताक पर रख खनन कर रहे हैं।

By Prashant KumarEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 01:06 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jun 2021 01:06 PM (IST)
बालू माफिया की लापरवाही से जा रही जानें, नासरीगंज में बुझ गए इन घरों के चिराग, कब टूटेगी प्रशासन की नींद
सोन नदी में नहाने के दौरान दो बच्‍चों की डूबने से मौत। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

संवाद सूत्र, नासरीगंज (सासाराम)। कछवां थाना क्षेत्र के मंगरांव के पास शाम सोन नदी में डूबने से दो बच्चों की डूबने से मौत के बाद से गांव में मातम पसरा है। स्वजनों का रो-रोकर बुराहाल है। स्वजनों ने बताया कि दोनों किशोर आयुष आठवीं कक्षा एवं दूसरा विशाल कुमार सीबीएसई की दसवीं का छात्र था, जो टाटा में रहकर पढ़ाई करते थे।

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लॉकडाउन और ग्रीष्मवकाश के चलते दोनों गांव आए थे। दोनों अपने माता पिता की दूसरी संतान थे। इस हृदय विदारक घटना के लिए लोग गांव के पास नदी में बने बालू घाट को कोस रहे हैं। उनका कहना है कि बालू कारोबारियों की मनमानी एवं लापरवाही के कारण आए दिन मासूमों की जान सोन नदी में नहाने के दौरान जा रही है। बालू कारोबारी मानक को ताक पर रख खनन कर रहे हैं। इसके बावजूद न तो प्रशासन का ध्यान इस ओर जा रहा है, न ही बालू कारोबारी नदी में खनन के दौरान मानक से अधिक गड्ढा करने से बाज आ रहे हैं।

अभी इसी महीने दो जून को पडूरी सोन नदी घाट पर दो चचेरे भाइयों की नहाने के क्रम में डूबने से हुई मृत्यु को लोग भुला भी नहीं पाए थे कि कल शाम में मंगरावं के पास घटी इस घटना से लोगों का गुस्सा बालू धंधेबाजों पर फूटता दिखा। मृतकों के स्वजन समेत भाजपा प्रखंड अध्यक्ष कनकधीर उपाध्याय ने कहा कि बालू खुदाई के मानक को ताक पर रखकर इस धंधे से जुड़े लोग अपने स्वार्थ के लिए नदी में जेसीबी लगा बालू की गहरी खुदाई कर कर रहे हैं।

गड्ढा किए जाने से नहाने के क्रम में आए दिन लोगों की जान जा रही हैं। सरकार को बालू माफिया पर अंकुश लगाना ही होगा। आखिर कब तक इस तरह मासूमों की जान जाती रहेगी। मानक का पालन नहीं करने वाले बालू घाट संचालक एवं व्यवसाय का इसी चालान सरकार रद करे। उन्होंने खनन निदेशक एवं विभागीय मंत्री समेत मुख्यमंत्री से बालू खनन को ले कठोर नियम लागू करने और उसकी अवहेलना करने वालों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।

इधर, घटना को ले पूर्व जिला पार्षद अनिल सिंह एवं जिला पार्षद रोमा सिंह ने कहा कि इस तरह से नदी में बालू खनन जानलेवा साबित हो रहा है। बताते चलें कि 2021 में केवल मई और जून महीने में आधा दर्जन स्कूली छात्रों की जान सोन नदी में डूबने से हो गई है। इसमें 17 मई  को महदेवा गांव में दो छात्राओं की डूबने से मोत के बाद दो जून को पडूरी में दो छात्रों की मृत्यु हो गई।

अब मात्र 12 दिनों के अंतराल पर मंगरांव के दो छात्रों की मृत्यु से स्वजन समेत ग्रामीण सकते में हैं। नदी में डूबने से हो रही मृत्यु से सहमे अभिभावकों का एक तबका बच्चों को सोन नदी में नहाने के लिए जाने पर पूरी तरह पाबंदी लगा अपनी सुरक्षा आप करने को ले कृतसंकल्पित दिख रहा है।


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