बिहार: बोधगया में शौचालय से जिंदा बम बरामद, किया गया डिफ्यूज
बोधगया बम ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार आतंकी उमर की निशानदेही पर एनआइए की टीम ने बंद शौचालय से जिंदा बम बरामद किया है जिसे निरंजना नदी के किनारे डिफ्यूज किया गया है।
गया [जेएनएन]। एनआइए की टीम ने बोधगया बम ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार आतंकी उमर की निशानदेही पर बोधगया के एक बंद पड़े शौचालय से जिंदा बम बरामद किया है। यह बम विगत जनवरी महीने की 19 तारीख को ही प्लांट किया गया था।
घटना की जांच के सिलसिले में यहां पहुंची एनआइए की एक टीम को आश्चर्य का तब ठिकाना नहीं रहा, जब शनिवार को यहां आठ महीने पहले प्लांट किया गया ये जिंदा बम मिला।
बरामद बम आइइडी बम है जिसे निष्क्रिय करने के लिए बम निरोधक दस्ते को बोधगया बुलाया गया लेकिन बिहार पुलिस के बम निरोधक दस्ते ने बम को डिफ्यूज करने से इंकार कर दिया है। जिसके बाद बम को डिफ्यूज के लिए एसएसबी को बुलाया गया और बम को निरंजना नदी के किनारे डिफ्यूज किया गया।
जानकारी के मुताबिक बरामद बम में अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया है जो जेएम बी जमातुल मुजाहिदीन बांग्लादेश से जुड़ा आतंकी संगठन है। बम बनाने में अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल ये आतंकी संगठन ही करता है।
इस बीच, बंद शौचालय से बम बरामदगी की जानकारी मिलते ही स्थानीय सुरक्षाकर्मियों व सुरक्षा मामलों के लिए जिम्मेवार अन्य अधिकारियों-कर्मचारियों के हाथ-पांव फूलने लगे हैं। अगर यह जिंदा बम ब्लास्ट कर जाता तो बड़ा नुकसान हो सकता था।
दरअसल, शनिवार को ही एनआइए की एक टीम बोधगया में बम रखे जाने की घटना की जांच के तहत एक डेमो के लिए उपरोक्त मामले में पकड़े गये उमर नामक एक आतंकी को साथ लेकर यहां पहुंची थी और डेमो के दौरान ही उमर की निशानदेही पर यह आइइडी बम बरामद हुआ है।
एनआइए अफसरों की गिरफ्त में लाया गया आतंकी उमर 19 जनवरी को बोधगया में कैसे-क्या हुआ था, यह दिखाते हुए अतिसंवेदनशील कालचक्र मैदान और कब्रिस्तान के बीच स्थित एक पुरुष शौचालय तक पहुंचा।उसके कहने-बताने पर शौचालय को खोला गया तो शौचालय के भीतर जिंदा बम देखकर जांच अधिकारी स्तब्ध रह गए।