महिलाओं को ऊनी कश्मीरी शाल, तो पुरुषों को भा रही खादी बंडी
गया। खादी ग्रामोद्योग ने ठंड में विभिन्न डिजाइन में ऊनी शाल एवं वस्त्र तैयार किए हैं। इन्हें मगध प्रमंडल खादी भंडार केंद्रों पर भेजा गया है। खादी भंडार में महिलाओं को ऊनी कश्मीरी शाल तो पुरुषों को बंडी काफी आकर्षित कर रही है।
गया। खादी ग्रामोद्योग ने ठंड में विभिन्न डिजाइन में ऊनी शाल एवं वस्त्र तैयार किए हैं। इन्हें मगध प्रमंडल खादी भंडार केंद्रों पर भेजा गया है। खादी भंडार में महिलाओं को ऊनी कश्मीरी शाल तो पुरुषों को बंडी काफी आकर्षित कर रही है। इस वर्ष खादी ग्रामोद्योग में आकर्षक डिजाइन में ऊनी बंडी, शाल, स्वेटर, कंबल, सलवार सूट तैयार किए गए हैं। ये देखने में खूबसूरत और पहनने में आरामदायक हैं। खादी ग्रामोद्योग में ऊनी के विभिन्न तरह के वस्त्र, शाल, चादर, कंबल, स्वेटर हाथ से तैयार किए जाता हैं। इसे कम मुनाफा में बेचा जाता है। ठंड में तैयार किए गए कपड़े:
ऊनी बंडी एक हजार पीस, चेक कंबल, प्लेन कंबल एवं गोटेदार कंबल एक-एक हजार पीस, ऊनी शाल रंगीन, ऊनी शाल प्लेन, ऊनी शाल चेक, रंगीन रेशमी शाल एक-एक हजार पीस, रेशमी चादर पांच सौ पीस, स्वेटर एक हजार पीस, कश्मीरी शाल और चादर दो हजार पीस, ऊनी सलवार-सूट दो हजार पीस तैयार किए गए हैं। इसके अलावा विभिन्न तरह के और भी वस्त्र तैयार किए जा रहे हैं। -ऊनी वस्त्र - कीमत प्रति पीस
कश्मीरी शाल - दो हजार से 10 हजार तक
ऊनी सलवार-सूट - दो हजार से तीन हजार तक ऊनी ईनर - 2500
चेक कंबल - 1000
प्लेन कंबल - 900
गोटेदार कंबल - 1200
ऊनी शाल रंगीन - 900
ऊनी चेक शाल - 900
ऊनी प्लेन - 800
रेशमी शाल - 1000
रंगीन रेशमी शाल - 1200
रेशमी चादर - 500 -
नवंबर से खादी वस्त्रों पर 30 प्रतिशत छूट दी जा रही है। ग्रामीण इलाकों में भी लोगों को खादी की महता के बारे में बताया जाता रहा है। खादी वस्त्रों की तरफ लोगों का रुझान बढ़ रहा है। इसलिए इसकी मांग बढ़ गई है।
-सुनील कुमार, मंत्री खादी ग्रामोद्योग समिति बुनियादगंज मानपुर