Kartik Purnima 2021: श्रद्धालुओं ने फल्गु में लगाई डुबकी, विष्णुपद मंदिर में पूजा-अर्चना को लगा तांता
Kartik Purnima 2021 कार्तिक पूर्णिमा को लेकर शुक्रवार अल सुबह से नदी घाटों पर भीड़ लगी हुई है। श्रद्धालुओं ने मोक्षदायिनी फल्गु नदी समेत अन्य नदियों व सरोवर में स्नान किया। स्नान के बाद भगवान श्री हरि विष्णु के चरण चिन्ह के पूजा अर्चना कर रहे हैं।
गया, जागरण संवाददाता। Kartik Purnima 2021: कार्तिक पूर्णिमा को लेकर शुक्रवार अल सुबह से नदी घाटों पर भीड़ लगी हुई है। श्रद्धालुओं ने मोक्षदायिनी फल्गु नदी समेत अन्य नदियों व सरोवर में स्नान किया। स्नान के बाद भगवान श्री हरि विष्णु के चरण चिन्ह के पूजा अर्चना कर रहे हैं। सुबह सैया स्नान को लेकर देवघाट, सीता कुंड, पिता महेश्वर घाट आदि घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ है। जहां श्रद्धालु स्नान कर दीपदान कर रहे हैं । इसके साथ ही नवादा, औरंगाबाद, रोहतास और कैमूर में भी सुबह से नदी घाटों पर श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा है।
प्रशासन की ओर से की जा रही निगरानी
वहीं विष्णुपद मंदिर में पूजा अर्चना एवं दर्शन को लेकर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ है। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए जिला प्रशासन नगर निगम एवं विष्णुपद प्रबंध कारिणी समिति पूरी तरह से तत्पर है। मंदिरों को तरह-तरह की रंगीन लाइट एवं फूलों से सजाया गया है। साथ ही गर्भ गृह को आकर्षित तरीके से सजाया गया है। श्रद्धालु भगवान श्री हरि विष्णु के चरण चिन्ह पर तुलसी,दूध ,दही, फूल माला, केला आदि सामग्री से पूजन कर रहे हैं।
विष्णुपद मंदिर में की गई विशेष व्यवस्था
विष्णुपद प्रबंध कारिणी समिति के सदस्य महेश लाल गुप्त ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा पर करीब 25000 श्रद्धालु भगवान श्री हरि विष्णु का पूजा-अर्चना करेंगे। श्रद्धालुओं के अधिक भीड़ को देखते हुए चरण चिन्ह के ऊपर लोहे की जाली लगा दी गई है जिससे पूजा अर्चना करने में परेशानी नहीं हो। जाली के ऊपर से श्रद्धालु पूजा अर्चना कर रहे हैं। मंदिर में प्रवेश के लिए श्रद्धालुओं की लंबी लाइन से गुजरना पड़ रहा है। साथ ही कोरोना को देखते हुए श्रद्धालुओं के शारीरिक दूरी बनाकर पूजा पाठ करना पड़ रहा है। मंदिर में प्रवेश के पहले पूरी तरह से जांच श्रद्धालुओं को किया जा रहा है। वही मंदिर के बाहरी परिसर में मेला लगा हुआ है। जहां कई अस्थाई दुकाने खुली है।