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कैमूर न्‍यूज: नहर की जमीन पर बसीं झोपड़पट्टी पर चला बुलडोजर, स्‍कूल के भूखंड का लिया गया जायजा

नगर पंचायत हाटा के ग्राम सरपनी के समीप स्थित नहर की भूमि पर कुछ लोगों के द्वारा तीन दिन पहले बांस बल्ली से झोपड़ी बना कर अतिक्रमण कर लिया गया था। जिसकी सूचना जब चैनपुर सीओ को मिली तो तत्काल उस पर कार्रवाई करते हुए जांचोपरांत अतिक्रमण को हटवाया गया।

By Prashant KumarEdited By: Published: Tue, 18 Jan 2022 05:40 PM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 05:40 PM (IST)
कैमूर न्‍यूज: नहर की जमीन पर बसीं झोपड़पट्टी पर चला बुलडोजर, स्‍कूल के भूखंड का लिया गया जायजा
अतिक्रमण को बुलडोजर से हटाया जा रहा। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

संवाद सूत्र, चैनपुर (भभुआ)। प्रखंड के नगर पंचायत हाटा के ग्राम सरपनी के समीप स्थित नहर की भूमि पर कुछ लोगों के द्वारा तीन दिन पहले बांस बल्ली से झोपड़ी बना कर अतिक्रमण कर लिया गया था। जिसकी सूचना जब चैनपुर सीओ को मिली तो तत्काल उस पर कार्रवाई करते हुए जांचोपरांत अतिक्रमण को हटवाया गया। इस संबंध में चैनपुर सीओ पुरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सरपनी के पास नहर की भूमि पर चैनपुर के किसी व्यक्ति के द्वारा वहां पहुंच कर कब्जा करते हुए बांस बल्ली लगा कर झोपड़ी बना लिया गया था। जिसकी शिकायत मिली। तब उस पंचायत के राजस्व कर्मचारी इमरान अली को भेजकर स्थल निरीक्षण करवाया गया। जिसमें शिकायत सही मिली। मंगलवार को कार्रवाई करते हुए अतिक्रमण को हटवा दिया गया। जिस व्यक्ति के द्वारा अतिक्रमण किया गया था उसे हिदायत दी गई है कि दोबारा उस भूमि पर किसी भी तरह का कोई भी निर्माण कार्य या अतिक्रमण नहीं करेंगे। अन्यथा उनके ऊपर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

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प्लस टू विद्यालय बनाने के लिए डीएम ने लिया भूमि का जायजा

संवाद सूत्र, भगवानपुर: स्थानीय प्रखंड क्षेत्र के पहडिय़ा पंचायत में स्थित गौरा गांव में प्लस टू विद्यालय बनाने के लिए डीएम नवदीप शुक्ला ने मंगलवार को भूमि का जायजा लिया। जिस जगह विद्यालय की भूमि का डीएम ने जायजा लिया वह चार एकड़ भूमि है। डीएम द्वारा भूमि का जायजा लेने से यहां प्लस टू विद्यालय बनने की संभावना बढ़ गई है। बता दें कि डीएम के गौरा गांव पहुंच कर विद्यालय की भूमि का जायजा लेने से गांव के लोगों में खुशी देखी गई। ग्रामीणों ने कहा कि जब गौरा गांव में प्लस टू विद्यालय बन जाएगा तो छात्र छात्राओं को पठन-पाठन के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। क्योंकि कई परिवार के छात्र छात्रा बाहर पढऩे जाने में सक्षम नहीं है। बताया जाता है कि गौरा गांव के आसपास दर्जनों गांव हैं। जहां के कई छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन के लिए दूसरे जगह जाना पड़ता है। इस संबंध में सीओ विनोद कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि विद्यालय बनाने के लिए चार एकड़ भूमि की आवश्यकता है। गौरा गांव में भूमि उपलब्ध है। जिसका जायजा डीएम ने मंगलवार को किया।


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