मॉडल स्टेशन के रूप तैयार हो रहा गया जंक्शन, बढ़ीं यात्री सुविधाएं
परिवहन सुविधाओं के लिहाज से गया के लिए बीत रहा साल कमोबेश ठीक-ठाक रहा। इस साल रेल यात्री सुविधाओं में तो इजाफा हुआ लेकिन अन्य सहूलियतें नहीं मिल पाई। जिसके अब नए साल में मिलने की संभावना है।
सुभाष कुमार, गया
परिवहन सुविधाओं के लिहाज से गया के लिए बीत रहा साल कमोबेश ठीक-ठाक रहा। इस साल रेल यात्री सुविधाओं में तो इजाफा हुआ, लेकिन अन्य सहूलियतें नहीं मिल पाई। जिसके अब नए साल में मिलने की संभावना है। रेलवे की दृष्टि से देखें तो गया रेलवे जंक्शन के लिए बीत रहा साल उपलब्धियों से भरपूर रहा। यात्री सुविधा के क्षेत्र में पूर्व-मध्य रेल द्वारा कई सुविधाएं उपलब्ध कराई गई। फिलहाल, गया जंक्शन को मॉडल स्टेशन के रूप में विकसित करने के लिए मौजूदा सुविधाओं को नया स्वरूप दिया जा रहा है। यहां से हर रोज 75 हजार रेल यात्रियों का आवागमन होता है। 26 जोड़ी पैसेंजर व मेमू ट्रेनों का परिचालन प्रतिदिन होता है। साथ ही 70 से 80 मेल व एक्सप्रेस ट्रेनें गुजरती हैं। मेल, एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनों की कुल संख्या करीब 130 है। गया जंक्शन में गुड्स ट्रेनों का आवागमन भी सर्वाधिक है। प्रतिदिन करीब 80 मालगाड़ी गुजरती हैं। इन सबसे जंक्शन को करीब 25 लाख के राजस्व की प्राप्ति होती है।
वहीं गया जंक्शन के डेल्हा साइड पर दूसरा इंट्रेंस गेट बनाने का काम शुरू किया गया है। साथ ही इसी वर्ष स्टेशन के दक्षिणी हिस्से की ओर पुराने फुट ओवरब्रिज के स्थान पर नया चौड़ा फुट ओवरब्रिज यात्रियों के लिए बनकर तैयार हो रहा है। ट्रेनों में कोचों की संख्या भी बढ़ाई गई है। जंक्शन के पुराने टिकट घर को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कर नए यूटीएस व रिजर्वेशन भवन में शिफ्ट किया गया है। गया से गुजरने वाली एलएचबी कोच वाली एक्सप्रेस ट्रेनों की स्पीड 120 किमी प्रति घंटे और राजधानी की गति 130 किमी प्रति घंटे से चल रही हैं। मानपुर जंक्शन से वजीरगंज स्टेशन तक दोहरीकरण, विद्युतीकरण व इंटरलॉकिंग का काम दिसंबर महीने में पूरा किया गया। यात्रियों की सहूलियत के लिए चार लिफ्ट का निर्माण कार्य शुरू करा दिया गया है। इसी वर्ष एक नंबर प्लेटफॉर्म पर एस्क्लरेटर बनाया गया है। जिससे रेल यात्रियों को एक प्लेटफॉर्म से दूसरे पर जाने में सुविधा होने लगी। वहीं, जंक्शन की बी-केबिन रेलवे यार्ड में आरआरआइ भवन बनकर तैयार है। साथ ही डेल्हा साइड में बने ड्राइवर रनिंग रूम में ही गार्ड रनिंग रूम को शिफ्ट करने के लिए रूम बनकर तैयार हो गया है। मेमू शेड भी बनकर तैयार है। यहां मेमू ट्रेनों की मरम्मत का कार्य किया जाएगा। इसके साथ परिसर में एक मल्टीफंक्शनल कॉम्प्लेक्स होटल का उद्घाटन हुआ है। इसमें यात्रियों व स्थानीय लोगों को कई सुविधाएं मिल रही हैं।
-------------- पटना-गया-डोभी मार्ग के नए साल में बनने की संभावना :
-राजधानी पटना से गया होते हुए डोभी तक जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग से राहगीर सालभर परेशान होते रहे। इस सड़क के पुनर्निर्माण की कवायद पूरे वर्ष भर जारी रही, लेकिन भूमि अधिग्रहण और निविदा प्रक्रिया में ही समय गुजर गया। अब निविदा हो गई है, अधिग्रहण भी लगभग पूरा हो गया है। मुख्य न्यायाधीश के मामले में हस्तक्षेप की वजह से इस सड़क की सरकार तक गूंज हुई है। लिहाजा, माना जा रहा कि यह सड़क नए साल में बनकर तैयार हो जाएगी।
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क्या कहते हैं अधिकारी :
गया जंक्शन को मॉडल स्टेशन बनाने की कवायद शुरू हो गई। इस वर्ष रेल यात्रियों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने का प्रयास किया गया है। इसके साथ करोड़ों की लागत से स्टेशन को अत्याधुनिक बनाने का कार्य चालू है। गया से गुजरने वाली एलएचबी कोच वाली एक्सप्रेस ट्रेनों व राजधानी एक्सप्रेस की स्पीड बढ़ गई है। मानपुर जंक्शन से वजीरगंज स्टेशन तक दोहरीकरण, विद्युतीकरण व इंटरलॉकिंग का काम पूरा कर लिया गया है। यात्रियों के लिए नई लिफ्ट का निर्माण कराया जा रहा है। अन्य बड़े रेलवे स्टेशनों की तरह यहां भी यात्रियों को सभी प्रमुख सुविधाएं देने के लिए हरसंभव कोशिश जारी है। रेल थाने का नया भवन भी जल्द बन जाएगा।
-जयप्रकाश भारती, स्टेशन डायरेक्टर, गया रेलवे जंक्शन।