BSCCS: जय के सपने को मिल गई उड़ान, जानिए कैसे स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से मिली सहायता
बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से होनहार छात्रों के सपनों को उड़ान मिल रही है। ऐसे ही एक प्रतिभाशाली छात्र जय आनंद को इस योजना का फायदा मिला। फिलहाल वह आइएसएम धनबाद में आइआइटी की श्ािक्षा ले रहा है।
जासं, सासाराम (रोहतास)। बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना (Bihar Student Credit Card Scheme) प्रतिभाशाली छात्रों के सपनों को उड़ान दे रही है। पैसे की कमी के कारण उच्च संस्थानों में पढ़ाई नहीं कर पाने वाले छात्रों के लिए यह वरदान साबित हो रहा है। कई ऐसे छात्र-छात्राएं हैं जो इस योजना की बदौलत अपने भविष्य की मजबूत इमारत गढ़ रहे हैं। ऐसे ही होनहार छात्र हैं सासाराम शहर की प्रतिमा कुमारी, नौहट्टा प्रखंड के कमाल खैरवा के शादाब खान और अकोढ़ीगोला के शंकरपुर निवासी जय आनंद। इनके लिए बीएससीसीएस उम्मीद की नई रोशनी लेकर आई।
आइएसएम धनबाद में पढ़ाई कर रहा जय
योजना के तहत एक दो वर्ष पूर्व मिले चार लाख रुपये तकदीर को संवारने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। जय आनंद फिलहाल धनबाद में आइआइटी की शिक्षा का ग्रहण कर रहा है। किसान कृष्ण कुमार के पुत्र जय आनंद ने 2017 में जिले के नवाडीह (अकोढ़ीगोला) में संचालित जवाहर नवोदय विद्यालय से मैट्रिक पास की थी। उसके बाद औरंगाबाद के एक कॉलेज से इंटर पास किया। इसी दौरान आइआइटी की प्रवेश परीक्षा में पास हो गया। फिलहाल आइएसएम धनबाद (ISM, Dhanbad) में माइनिंग इंजीनियरिंग (Mining Engineering) की पढ़ाई कर रहा है। जय आनंद आइआइटी के बाद आइएएस अधिकारी बनना चाहता है।
ऐसे लिया योजना का लाभ
जय की माने तो किसी तरह मैट्रिक तक की शिक्षा ली। उसके बाद घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण माता-पिता की हिम्मत पढ़ाने को लेकर टूटने लगी। तब मैं जिला परामर्श सह निबंधन केंद्र के अधिकारियों से संपर्क किया। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन किया। उसके बाद 2019 में योजना के तहत चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिली। उसके सहारे पढाई कर रहा हूं।
डीआरसीसी के जिला प्रबंधक शैलेश कुमार व सहायक प्रबंधक मो. जफर इकबाल ने कहा कि छात्रों को आर्थिक रूप से सबलता प्रदान करने के लिए आर्थिक हल, युवाओं का बल कार्यक्रम के तहत तीन प्रकार के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। जिसमें कुशल युवा विकास, मुख्यमंत्री सहायता भत्ता योजना व स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड शामिल है। एससीसी के तहत सामान्य छात्रों को न्यूनतम चार फीसद जबकि महिला व दिव्यांग छात्र-छात्राओं को एक फीसद ब्याज चार लाख रुपये का लोन दिया जाता है। इसका परिणाम भी अब देखने को मिलने लगा है।