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नवादा के इस गांव में कोरोना से चार की हो गई मौत, स्वास्थ्य विभाग मौन, ग्रामीण खुद लड़ रहे लड़ाई

कोरोना संक्रमण के मामले भले ही कम आ रहे हैं लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। कोरोना से मौत भी हो रही है। हालांकि इन सबके बीच आंकड़ों में कमी आने के बाद स्‍वास्‍थ्‍य विभाग लापरवाह नजर आ रहा है।

By Prashant KumarEdited By: Published: Mon, 31 May 2021 12:16 PM (IST)Updated: Mon, 31 May 2021 12:16 PM (IST)
नवादा के इस गांव में कोरोना से चार की हो गई मौत, स्वास्थ्य विभाग मौन, ग्रामीण खुद लड़ रहे लड़ाई
गांव के घरों को युवाओं की टोली कर रही सैनिटाइज। जागरण।

संवाद सूत्र, पकरीबरावां (नवादा)। प्रखंड मुख्यालय से 8 किमी दूर एरुरी गांव को कोरोना की दूसरी लहर ने अपने चपेट में लिया था। इस वायरस की चपेट में आकर चार लोगों की जान चली गई। कई लोग संक्रिमत हो गए। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में दो की ही मौत का आंकड़ा है। इसके बाद गांव के लोग काफी डर-सहम गए। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मदद की आस लगाए रहे। लेकिन, स्वास्थ्य विभाग या प्रशासन की ओर से गांव में सैनिटाइज नहीं किया गया। ऐसे में गांव के युवाओं ने एक टोली बनाई और खुद गांव से कोरोना को भगाने के लिए कूद गए। युवाओं की टीम हर दिन नियमित रूप से घरों और गलियों को सैनिटाइज कर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कर रहे हैं। अभी इस गांव में कोरोना का एक भी केस नहीं हैं।

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सफाई और सैनिटाइज के साथ कर रहे जागरूक

युवा लोग गांव में सफाई के बाद और सैनिटाइज कर रहे हैं। लॉकडाउन के बीच सफाई अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। नालियों और गलियों की सफाई के बाद सैनिटाइजेशन कराए जा रहे हैं। जनप्रतिनिधियों की ओर से मास्क का वितरण भी किया जा रहा है। गांव के हर लोगों को कोरोना को लेकर जागरूक किया जा रहा है। बिना काम के घर से नहीं निकलने की अपील भी कर रहे हैं। इस काम में लगे युवा ग्रामीण रूपेश महतो युवा नेता, समाजसेवी सुभाष मेहता, रितेश कुमार, संदीप कुमार, पप्पू कुमार, मुखिया श्री कृष्णनंदन वर्मा, ग्रामीण सुखदेव प्रसाद, अंकित कुमार ने बताया कि किसी तरह से प्रशासनिक मदद नहीं मिलता देख गांव को कोरोना से सुरक्षित रखने के लिए खुद ही सैनिटाइज करने का निर्णय लिया गया। हर दिन गांव को सैनिटाइज किया जा रहा है।

झांकने तक नहीं आया कोई

इस पंचायत के मुखिया कृष्णनंदन महतो का कहना है कि कोरोना जैसी महामारी में स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई सुविधा नहीं दी गई है। इस गांव में कोरोना की जांच करने के लिए स्वास्थ्य कर्मी नहीं आए हैं। टीका देने भी टीम नहीं पहुंची है। गांव के लोग खुद सैनिटाइज करवा रहे हैं। स्वास्थ्य केंद्र जाकर टीका भी ले रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग की सुनें

पकरीबरावां के स्‍वास्‍थ्‍य प्रबंधक विश्‍वजीत देवगन ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि रोस्टर के अनुसार हर दिन एक-एक पंचायत में टीकाकरण किया जा रहा है वहीं स्वास्थ्य केंद्र में हर दिन टीकाकरण एवं जांच की सुविधा उपलब्ध है। एरुरी गांव में कोरोना से एक की मौत के बाद एक दिन छिड़काव किया गया था। टिका कारण के लिए स्वास्थ्य में लोग पहुच रहे हैं।


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