गया में खुल गया भगवान श्रीहरि का दरबार, श्रद्धालुओं ने की पूजा-अर्चना
गया। कोरोना संक्रमण को लेकर बंद रहा विष्णुपद मंदिर गुरुवार को 138 दिन बाद खुल गया। अनलाक-6 में राज्य सरकार के आदेश के बाद सभी धार्मिक स्थलों के साथ विष्णुपद मंदिर भी खुल गया है।
गया। कोरोना संक्रमण को लेकर बंद रहा विष्णुपद मंदिर गुरुवार को 138 दिन बाद खुल गया। अनलाक-6 में राज्य सरकार के आदेश के बाद शहर के अन्य धार्मिक स्थल भी अब खुलने लगे हैं। मंदिर खुलने से पहले मुख्य द्वार पर नारियल फोड़कर मुरली आचार्य के नेतृत्व में पूजा-अर्चना की गई। इसके बाद भगवान श्रीहरि विष्णु की मंगल आरती की गई। इसके बाद आम श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया गया। इस दौरान मुख्य द्वार पर थर्मल स्कैनर से श्रद्धालुओं के शरीर के तापमान की जांच की गई। जांच के बाद ही मंदिर परिसर में प्रवेश की अनुमति श्रद्धालुओं को मिली। वहीं गर्भगृह में पांच-पांच की संख्या में श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया गया। श्रद्धालु कोरोना गाइडलाइन के तहत पूजा, अर्चना व दर्शन कर रहे थे। श्री विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति के सदस्य महेश लाल गुपुत ने कहा कि मंदिर 138 दिन बाद खुला है। कोरोना संक्रमण को लेकर मंदिर 10 अप्रैल को बंद हुआ था। मंदिर खुलने के पहले ही दिन 200 से अधिक श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना व दर्शन किया। मंगलागौरी मंदिर में मंगलवार को दोनों डोज लेने वाले श्रद्धालुओं को ही प्रवेश :
शहर के मां मंगलागौरी मंदिर का पट भी खुल गया है। मां मंगलागौरी की विशेष पूजा के साथ गर्भगृह को श्रद्धालुओं के लिए सुबह में खोल दिया। श्रद्धालुओं को मास्क के साथ शारीरिक दूरी बना प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। मंदिर के व्यवस्थापक प्रमोद गिरि ने कहा कि कोरोना गाइडलाइन का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। मंगलवार को मंदिर में अधिक भीड़ लगती है। इस दिन वैक्सीन की दोनों डोज लेने वाले श्रद्धालु को ही पूजा-पाठ के लिए गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा मां दुखहरणी, मां बंगलामुखी मंदिर व मां वागेश्वरी मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। वहीं, अनलाक-6 में घोषणा के बाद गुरुवार से शहर के अन्य धार्मिक स्थल भी खुल गए। सभी मस्जिद, गुरुद्वारा व गिरिजाघर के दरवाजे खुले दिखे।