Nawada: जहरीली शराब नहीं तो फिर चार दिनों में कैसे हुई 14 लोगों की मौत, उठ रहे हैं कई सवाल
नवादा में एक-एक कर हुई 14 लोगों की मौत की स्पष्ट वजह प्रशासनिक तौर पर सामने नहीं आई है। हालांकि मृतक के स्वजन व ग्रामीण दावा कर रहे हैं कि जहरीली शराब ने उनलोगों की जान ली है।
नवादा, जागरण संवाददाता। चार दिनों में 14 लोगों की मौत। स्वजन का दावा-शराब पीने से गई जान। प्रशासन का इन्कार। मौत का सिलसिला शुरू होने के साथ जहरीली शराब से मौत की बात सामने आने लगी। हालांकि प्रशासन शुरू से ही इसे नकारता रहा। लेकिन सवाल उठना है कि एक साथ इतनी संख्या में मौत की वजह आखिर क्या है। इधर डीएम और एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दस की मौत की पुष्टि की है। हालांकि शराब से मौत पर कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा गया।
क्या है मौत का कारण, जानने को बेचैन हैं लोग
मालूम हो कि एक-एक कर चौदह लोगों की मौत से कई सवाल उठ रहे हैं। परिवार के लोगों और ग्रामीणों का कहना है जहरीली शराब से मौत हुई है। लोगों का कहना है कि क्षेत्र में खुलेआम शराब का धंधा चलता है। यह सब पुलिस की मिलीभगत से होता है। लेकिन चार दिनों बाद भी प्रशासन का इस दिशा में कोई प्रभावी कदम नहीं उठाना कई सवाल खड़े करता है। लोग यह जानना चाह रहे हैं कि आखिर प्रशासन की दलीलें क्या हैं, मौत क्यों हुई हैं। क्या सभी बीमारी से ही मर गए। एक मृतक के प्रिसकिप्शन पर डॉक्टर ने अल्कोहल सेवन की बात लिखी। लेकिन उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए पुलिस के हवाले करने की जगह परिवारवालों को ले जाने दिया। हालांकि बाद में पुलिस ने तत्परता दिखाई। उसके घर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
गौरतलब है कि शराबबंदी के बावजूद झारखंड से सटे जिलों में शराब का उपभोग कम नहीं हो रहा। पीने और बेचने वाले पुलिस की तमाम सक्रियता के बावजूद इस धंधे में लगे रहते हैं। हाेली के समय में तो प्राय: बिहार के हर जिले में शराब की बरामदगी होती रही। धंधेबाज पकड़े जाते रहे। लेकिन इसके बावजूद इस तरह की घटना कई सवाल खड़े करती है।