कितने रेलमंत्री आए-गए पर गया से महानगरों के लिए नहीं मिली सीधी ट्रेन
रेलमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल में महानगर के लिए गया जंक्शन से 2003 में महाबोधि एक्सप्रेस ट्रेन नई दिल्ली के लिए प्रतिदिन चलाई गई थी। इसी दौरान गया जंक्शन के पास लोको में एक वासिंग पीट बनाई गई थी। 16 साल गुजर गए कई रेलमंत्री बने लेकिन कोई ट्रेन गया से सीधे नहीं चलाई गई। गयावासी आस में हैं कि गया जंक्शन से महानगर मुंबई और बेंगलुरु के लिए ट्रेन चलाई जाएगी।
सुभाष कुमार, गया
रेलमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल में महानगर के लिए गया जंक्शन से 2003 में महाबोधि एक्सप्रेस ट्रेन नई दिल्ली के लिए प्रतिदिन चलाई गई थी। इसी दौरान गया जंक्शन के पास लोको में एक वासिंग पीट बनाई गई थी। 16 साल गुजर गए कई रेलमंत्री बने लेकिन कोई ट्रेन गया से सीधे नहीं चलाई गई। गयावासी आस में हैं कि गया जंक्शन से महानगर मुंबई और बेंगलुरु के लिए ट्रेन चलाई जाएगी।
बता दें कि पूर्व मध्य रेल ग्रैंडकॉर्ड सेक्शन के बिहार एवं झारखंड के कई करोड़ आबादी के अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र के मध्य में बसा गया एक अंटरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पर्यटन एवं तीर्थ क्षेत्र है। यहां पर जैन,बुद्ध हिदू अनुयायी भी वर्षभर आते है। वार्षिक पितृपक्ष मेले में लाखों यात्री दुनियाभर से आते हैं, परंतु रेल सेवाओं में सुधार अभी भी आपेक्षित है।
ग्रैंडकॉर्ड पैसेंजर्स एसोसिएशन गया के डीके जैन बताते हैं, नीतीश कुमार रेलमंत्री कार्यकाल के बाद अबतक गया के लोगों निराशा ही मिली है। कई बार रेल मंत्रालय से ट्रेनों का महानगरों के लिए मांग की गई। अबतक आश्वासन भी नहीं मिला।
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गया से दो रेलखंड बनाने
की हुई थी घोषणा
रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में गया से दो रेलवे लाइन रेलखंडों की नींव रखी गई थी, लेकिन अबतक कोई काम शुरू नहीं हुआ। इसमें गया- डालटेनगंज एवं गया-बोधगया-चतरा रेलखंड शामिल है। अबतक नहीं काम शुरू हो पाई है। इस क्षेत्र के लोग आज भी आस में है कि यहां रेलवे लाइन गुजरेगी।
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वागेश्वरी गुमटी पर अब
तक नहीं बना ओवरब्रिज
गया-पटना सड़क मार्ग पर स्थित वागेश्वरी गुमटी पर रेलवे ओवरब्रिज अब तक नहीं बना। इस क्षेत्र के लोगों एवं पटना से आने वाले लोगों को घंटो गुमटी बंद रहने पर लंबी जाम की समस्या से गुजरना पड़ता है। कई बार आरओबी बनाने के लिए रेलवे एवं जिला प्रशासन के द्वारा नापी एवं मिट्टी की जांच की गई है।
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मुंबई व बेंगलुरु सहित अन्य
स्टेशनों के लिए ट्रेनों की मांग
अब जब दूसरा वासिंग पीट बनकर तैयार हो गया है। गया से नई सेवा अन्य स्टेशनों के लिए शुरू कराई जाए। सर्वप्रथम मुंबई के लिए प्रतिदिन एक नई गाड़ी शुरू किए जाना अत्यंत आवश्यक है, मुंबई गाड़ी के बाद अहमदाबाद, पुणे, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, इरनाकुलम के लिए नई ट्रेन शुरू कराएं तथा अंबाला तक एक नई ट्रेन दिल्ली होकर भी चलाई जाए।
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गया से खुलने वाली साप्ताहिक
ट्रेनों को प्रतिदिन करने की मांग
साप्ताहिक ट्रेन की बारंबारता बढ़ा कर प्रतिदिन करें या सप्ताह में चार दिन किए जाए। इसका रेक बढ़ाकर 24 कोच करें। साथ ही गया-कामख्या एक्सप्रेस एवं गया-चेन्नई एक्सप्रेस को प्रतिदिन किए जाए।