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Gaya: किसानों के घर तक होम डिलेवरी, महज पांच रुपये शुल्‍क देकर मंगवा सकते हैं कोई भी बीज

होम डिलेवरी में किसानों को प्रति किलो बीज के हिसाब से महज 5 रुपये का भुगतान करना है। 25 मई से रोहणी नक्षत्र शुरू होगा। सको देखते हुए गेहूं की कटनी के बाद कृषि विभाग खरीफ की मुख्य फसल धान की खेती में जुट गया है।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Fri, 30 Apr 2021 06:21 AM (IST)Updated: Fri, 30 Apr 2021 06:21 AM (IST)
Gaya: किसानों के घर तक होम डिलेवरी, महज पांच रुपये शुल्‍क देकर मंगवा सकते हैं कोई भी बीज
धान के बीज की किसानों के घर तक होगी डिलेवरी। प्रतीकात्‍मक फोटो

गया, जागरण संवाददाता। कोरोना संकट को देखते हुए सरकार ने इस साल भी धान के बीज की होम डिलेवरी की सुविधा दी है। बहुत ही कम शुल्क पर बीज पहुंचाया जाएगा। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सभी तरह के बीज पर प्रतिकिलो महज पांच रुपये होम डिलीवरी चार्ज लिया जाएगा। इसके लिए किसानों को अनुदानित बीज का आवेदन करते समय ही होम डिलेवरी ऑप्शन का चयन करना है। खरीफ सीजन 2021 में किसानोंं को सरकार किसानों को श्री विधि से धान की खेती पर सौ फीसद का अनुदान देगी। किसानों को प्रति एकड़  दो किलो बीज दिया जाएगा। इसके साथ ही धान की सीधी बुआई पर भी सौ फीसद का अनुदान देय है। जीरो टीलेज, ड्रम सीडर, पैडी ट्रांसप्लांटर, तनाव रोधी धान की खेती पर भी सरकार बीज खरीदने पर सौ फीसद का अनुदान दे रही है।

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मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार में मिलेगा 90 फीसद अनुदान

मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना पर किसानों को 90 फीसद अनुदान दिया जा रहा है। इसमें किसानों को प्रति एकड़ छह किलो उन्नत प्रभेद का बीज दिया जाएगा। वहीं मिनीकिट योजना में किसानों को 80 फीसद अनुदान मिलेगा। इसमें एक किसान को प्रति दो एकड़ की दर से 24 किलो बीज मिल सकेगा। संकर धान बीज पर किसान को 100 रुपये प्रति किलो बीज के हिसाब से अनुदान दिया जाएगा। इस बारे में जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि संकर धान एक एकड़ में छह किलो बीज की जरूरत होती है। इसमें किसान जितना बीज खरीदेंगे उस अनुरूप अनुदान की राशि काटकर दुकानदार को भुगतान करना है। सरकार ने धान बीज के लिए ऑनलाइन आवेदन की समय सीमा 30 अप्रैल तक निर्धारित की है। 

गर्मी में खेत की जुताई करें किसान, हानिकारक कीड़ों का होता है खात्मा

जिला कृषि पदाधिकारी सुदामा महतो ने कहा कि अभी तमाम जगहों पर गेहूं की कटनी हो गई है। खेत परती है। ऐसे में किसान भाई अपनी सुविधा अनुसार खाली खेत की जुताई करके छोड़ सकते हैं। इससे गर्मी के कारण मिट्टी में दबे हानिकारक कीड़े-मकोड़े मर जाएंगे। धान की उपजाऊ खेती के लिए ऐसा करना हितकर है। 

धान बीज के लिए कृषि समन्वयक को भी दे सकते हैं आवेदन

धान की उन्नत बीज लेने के लिए किसान अपने यहां के कृषि समन्वयक को भी आवेदन कर सकते हैं। जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि 20 मई तक जिला में धान बीज के आने की संभावना है। कृषि भवन या दुकान से भी बीज का वितरण किया जाएगा। बिहार राज्य बीज निगम से संबंद्ध 18 दुकान हैं। ये होम डिलेवरी कर सकेंगे। 


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